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    Milkipur Byelection: अखिलेश यादव की चुनाव आयोग पर टिप्पणी से विवाद, एनडीए ने की माफी की मांग

    Updated: Fri, 07 Feb 2025 02:05 AM (IST)

    अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा पर मतदान को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने का आरोप लगाया है और चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव में धोखाधड़ी की रणनीति अपनाई है और यही उनकी चुनाव लड़ने की शैली है। उनके बयान की राजग नेताओं ने तीखी आलोचना की है और उनकी ओर से माफी की मांग की है।

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    अखिलेश यादव के बयान की राजग नेताओं ने तीखी आलोचना की है।

    एजेंसी, नई दिल्ली। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यह आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर उपचुनाव में मतदान को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है। साथ ही चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया। उनके बयान की राजग नेताओं ने तीखी आलोचना की है और उनकी ओर से माफी की मांग की। 

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    अखिलेश यादव ने गुरुवार को भाजपा पर चुनाव में धोखाधड़ी की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया और दावा किया कि भाजपा इसी तरह चुनाव लड़ती है। चुनाव आयोग मर चुका है और उन्हें उस पर डालने के लिए सफेद चादर लानी चाहिए थी। 

    सपा सदस्यों को निशाना बनाने का आरोप

    अखिलेश ने कहा कि कि अयोध्या में एसएसपी से लेकर सबसे कनिष्ठ अधिकारी तक ने सपा सदस्यों को निशाना बनाया और धमकाया। साथ ही कहा कि भाजपा नेताओं को मिल्कीपुर उप-चुनाव में अपने अपने कृत्यों के लिए महाकुंभ में डुबकी लगानी चाहिए। 

    सपा सदस्य गुरुवार को लोकसभा में सफेद चादर लेकर पहुंचे, जिस पर 'चुनाव आयोग' लिखा हुआ था। एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने पलटवार कर कहा, ''जब उनकी पार्टी जीतती है, तो क्या यह उसी चुनाव आयोग की निष्पक्षता के कारण नहीं होता? 

    सपा एक संवैधानिक पार्टी है और उसने उत्तर प्रदेश में लोकसभा में भी सफलता प्राप्त की है। जब वे अयोध्या में जीते, तो चुनाव आयोग ठीक था। अब, जब वे कटहरी या मिल्कीपुर में हार रहे हैं, तो वे धोखाधड़ी का आरोप लगा रहे हैं। यह निदंनीय है और अखिलेश यादव को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए''। 

    भाजपा सांसद रवि किशन ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अखिलेश ने ये दावे तब नहीं किए, जब उनकी पार्टी ने पिछले 24 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 42 लोकसभा सीटें जीती थीं।' 

    केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा, ''जिस चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की निगरानी की थी, उसी चुनाव आयोग के तहत आप सदन में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी कैसे बन गए। लेकिन अब जब मिल्कीपुर आप हार रहे हैं, तो आप बहाने बना रहे हैं। यह गलत है।'' 

    सपा ने थाना प्रभारी पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग

    मिल्कीपुर उपचुनाव के प्रचार के दौरान जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने और जबरन भगाने का आरोप लगाते हुए समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी ने इनायतनगर थाना प्रभारी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग की है। 

    अम्बेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती ने उप्र अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। भारती मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए सपा के 40 स्टार प्रचारकों में से एक थे। 

    उन्होंने कहा कि बीती 31 जनवरी को चुनाव प्रचार के बाद शाम 7:30 बजे वह कोटवा क्षेत्र के रेस्टोरेंट में खाना पैक करा रहे थे। इस बीच थाना इनायतनगर प्रभारी आठ से 10 पुलिसकर्मियों के साथ वहां पहुंचकर उनको भगाने लगे। अपना परिचय देने पर जातिसूचक शब्दों का प्रयाेग किया गया और मोबाइल फोन छीन लिया गया। 

    भारती ने इनायतनगर थाना प्रभारी पर खुद को धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि थाना प्रभारी को तत्काल हटाया जाए।

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