मिल्कीपुर उपचुनाव: दिन भर चला वर्चुअल वॉर, सपा-भाजपा ने सोशल मीडिया पर लगाई शिकायतों की भरमार
मिल्कीपुर उप चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर भाजपा और सपा के समर्थकों के बीच वर्चुअल वॉर देखने को मिला। दोनों दलों के समर्थकों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और भाजपा के अकाउंट से कई पोस्ट किए गए जिसमें एक-दूसरे पर फर्जी मतदान बूथ कैप्चरिंग और मतदाता सूची में नाम न होने जैसे आरोप लगाए गए।
प्रहलाद तिवारी, अयोध्या। प्रतिष्ठापरक मिल्कीपुर उप चुनाव के मतदान पर पूरे देश की दृष्टि लगी रही। मतदान की पल-पल की जानकारी लोग सोशल मीडिया पर लेते रहे। एक्स प्लेटफार्म पर ‘मिल्कीपुर विधानसभा’ टॉप-20 में पूरे दिन ट्रेंड करता रहा। इस हैशटैग से लगभग 23 हजार पोस्ट की गईं।
इस उप चुनाव को सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सपा मुखिया अखिलेश यादव से जोड़ कर शुरू से ही देखा जा रहा था। बुधवार को यहां पर मतदान शुरू होते ही सपा व भाजपा में वर्चुअल वॉर सोशल मीडिया के फेसबुक व एक्स प्लेटफार्म पर शुरू हो गया।
आरोप प्रत्यारोप का दौर भी खूब चला
दोनों दलों के समर्थक भी पोस्ट शेयर करते रहे। दिन भर चले इस सियासी युद्ध में फर्जी मतदान, बूथ कैप्चरिंग, मतदाता सूची में नाम न होना, वोट न डालने देना और बूथ से भगा देने का आरोप प्रत्यारोप का दौर भी खूब चला।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने एक्स हैंडल से उप चुनाव के मतदान से जुड़ी सात पोस्ट कीं। समाजवादी पार्टी के अकाउंट से 100 से ऊपर पोस्ट आईं। भाजपा भी इसमें पीछे नहीं रही।
‘बीजेपी उत्तरप्रदेश’ के अकाउंट से भाजपा न केवल सपा के आरोपों का खंडन करती रही, बल्कि सपा पर फर्जी वोटिंग व बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाती रही। सपा ने जब मतदाता के छह बार वोट देने का वीडियो वायरल किया तो भाजपा उसी मतदाता का दूसरा वीडियो सामने ले आई।
सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद व भाजपा के बूथ एजेंट संतोष सिंह से हुई कहासुनी पर भी बीजेपी ने सपा को घेरा। यूजर्स सुबह से लेकर मतदान समाप्त होने तक चकल्लस करते दिखाई पड़े। सांसद अवधेश प्रसाद के पूजा करने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर चर्चा के केंद्र में रहा।
पुलिस-प्रशासन भी नहीं रहा पीछे
इन प्लेटफार्मों पर केवल राजनीतिक दल ही नहीं जुटे रहे, पुलिस व प्रशासन भी लगातार सक्रिय रहा। सपा की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों पर पुलिस तत्काल खंडन करती हुई पोस्ट करती रही।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जब छह वोट डालने की बात कहने वाले एक मतदाता सहित फर्जी वोटिंग का आराेप लगाते हुए वीडियो एक्स पर पोस्ट किया तो उसका जवाब जिलाधिकारी अयोध्या के अकाउंट से दिया गया।
इसी प्रकार जब पूर्व सीएम ने एसएसपी की मतदाताओं की आईडी कार्ड चेक करते हुए फोटो पोस्ट की तो अयोध्या पुलिस के अकाउंट से खंडन किया गया।
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