'वोटों की खातिर छल की राजनीति हो रही...', कांग्रेस अधिवेशन पर मायावती का तंज, भाजपा और सपा को बताया जातिवाद
Mayawati on Congress Adhiveshan | कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने निशाना साधा है। मायावती ने बुधवार को एक्स पर एक ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने निशाना साधा है। बसपा प्रमुख ने अधिवेशन में पारित किए गए अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग आदि के हित संबंधी प्रस्ताव को छलावा बताया है। इसके साथ ही कांग्रेस, भाजपा व अन्य विरोधी दलों को बहुजन विरोधी करार दिया है।
मायावती ने बुधवार को एक्स पर एक के बार एक चार पोस्ट किए। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन में भाजपा के 'छद्म राष्ट्रवाद' व दलित एवं पिछड़े बहुजन हित आदि को लेकर दिया गया प्रस्ताव छलावा है और अविश्वसनीयता से ग्रस्त है।
इन वर्गों के आरक्षण व अन्य संवैधानिक गारंटियों को लागू करने के मामले में कांग्रेस का रवैया हमेशा छलावा देने वाला रहा है। ओबीसी समाज को आरक्षण दिलाने के लिए डॉ. भीमराव आंबेडकर ने धारा 340 बनाई थी, उसके लागू न होने पर उन्होंने कानून मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
1. कांग्रेस पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन में ख़ासकर भाजपा के ’छद्म राष्ट्रवाद’ व दलित एवं पिछड़े बहुजन-हित आदि को लेकर प्रस्ताव छलावा व अविश्वसनीयता से ग्रस्त। इन वर्गों के आरक्षण व अन्य कल्याणकारी संवैधानिक गारण्टियों को लागू करने के मामले में कांग्रेस का रवैया हमेशा छलावापूर्ण।
— Mayawati (@Mayawati) April 9, 2025
उसके बाद मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू कराने में बसपा की भूमिका सबको पता है। जबकि कांग्रेस, भाजपा व सपा आदि का रवैया हमेशा जातिवादी रहा है। अब इन वर्गों के वोटों की खातिर छल की राजनीति की जा रही है। बसपा प्रमुख ने राज्यपालों की भूमिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर लिखा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्यपालों की मनमानी व राजभवनों की राजनीतिक द्वेषपूर्ण भूमिका पर अंकुश लगाने वाले चर्चित फैसले का स्वागत है। उम्मीद है कि बाबा साहेब के मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान एवं देश के लोकतंत्र को इससे मजबूती मिलेगी।

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