मायावती ने कहा- कांग्रेस ने हमेशा ओबीसी को आरक्षण से वंचित रखा, BJP व NDA को लेकर कही ये बात
बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर ओबीसी आरक्षण को लेकर हमला बोला है। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को घड़ियाली आंसू करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ओबीसी समुदाय के साथ दिखावा किया है। मायावती ने भाजपा और एनडीए पर भी निशाना साधा और ओबीसी समुदाय को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने दावा किया कि बसपा हमेशा से ही इन वर्गों की हितैषी रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अन्य पिछड़ज्ञ वर्ग (ओबीसी) की आवाज न उठाने की गलती मानने वाले बयान को बसपा प्रमुख ने एक्स पर पोस्ट कर घड़ियाली आंसू करार दिया है।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा यह स्वीकार करना कि ओबीसी का आरक्षण सहित संवैधानिक हक दिलाने में कांग्रेस विश्वासपात्र नहीं रही है, यह कोई नई बात नहीं है, बल्कि दिल में कुछ व जुबान पर कुछ वाली स्वार्थ की राजनीति है। कांग्रेस की नीति-नीयत में हमेशा खोट रहा। सत्ता खोने के बाद अब इन्हें बहुजन की याद आई। इसे घड़ियाली आंसू ही कहा जाएगा।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित ओबीसी नेतृत्व भागीदारी न्याय सम्मेलन में कहा था,‘जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे लगता है कि मैंने गलती की। मैंने ओबीसी की उस तरह रक्षा नहीं की जैसी मुझे करनी चाहिए थी, क्योंकि मैं उस समय आपके मुद्दों को गहराई से नहीं समझ पाया।’
इसे लेकर मायावती ने अपनी पोस्ट में लिखा कि वंचित व उपेक्षित एससी-एसटी समाज के प्रति कांग्रेस का ऐसा ही दुर्भाग्यपूर्ण रवैया रहा है। 40 साल तक ओबीसी को आरक्षण के लाभ से वंचित रखा। इसी कारण इन वर्गों के लोगों को अलग से अपनी पार्टी, बसपा यहां बनानी पड़ी है। इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस, उप्र सहित देश के प्रमुख राज्यों की सत्ता से लगातार बाहर है।
बसपा प्रमुख ने अपनी पोस्ट में कांग्रेस के साथ भाजपा और एनडीए पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात में भाजपा के एनडीए का भी इन वर्गों के प्रति दोहरे चरित्र वाला यही चाल-ढाल लगता है।
जबकि आंबेडकरवादी पार्टी बसपा सदा ही इन वर्गों की सच्ची हितैषी रही है। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि वंचित, आदिवासी व ओबीसी के लोग खासकर कांग्रेस, सपा आदि पार्टियों के बहकावे में नहीं आए, यही उनके सुख, समृद्धि के लिए बेहतर है।
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