विरोधी कहते हैं कि मैं देख-देखकर पढ़ती हूं, यह सुन-सुनकर मेरे कान पक गए हैं: मायावती
अंबेडकर जयंती के मौके पर मायावती ने सबसे पहले अपने संबोधन में कहा कि बसपा ने देशभर में ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन किया है और आगे भी करते रहेंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। अंबेडकर जयंती के मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती लखनऊ स्थित अंबेडकर पार्क पहुंच चुकी हैं। सबसे पहले उन्होंने बाबा साहब की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए और उसके बाद वहां मौजूद समर्थकों को संबोधित करना शुरू किया। अपने संबोधन में सबसे पहले उन्होंने कहा कि बसपा ने देशभर में ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन किया है और आगे भी करते रहेंगे।
मायावती ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, 'मेरे गले का ऑपरेशन हुआ है इस लिए मैं ऐसे बोलती हूँ, बिना पढ़े बोलती हूँ तो मेरे गले पर ज़ोर पड़ता है। मेरे भाषण देने के तरीके से कई लोग बोल चुके है कि मैं देख के पढ़ती हूँ। ये सुन-सुन कर मेरे कान पक गए हैं।'
इसके साथ ही उन्होंने पार्टियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'सभी राजनीतिक दल अब वोट के स्वार्थ में बाबा साहब की जयंती मनाने लगे हैं। सभी दलों ने जाति के आधार पर अनुयायियों का शोषण किया है।' उन्होंने आगे कहा, 'बाबा साहब दलितों, आदिवासियों और उपेक्षित वर्ग के उत्थान के लिए काम करते रहे। लेकिन अब सभी दल वोट की राजनीति के लिए इनका केवल इस्तेमाल करते हैं।'
इस दौरान उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी में लेने के फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने भाई को पार्टी में इस शर्त पर लेने का फैसला किया है कि वो कभी एमपी, एमएलसी , एमएलए , मंन्त्री और मुख्यमंत्री नहीं बनेगा।' उन्होंने आनंद कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने का ऐलान किया।
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मायावती ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा कि पिछले कुछ सालों में जिस तरह से पार्टियों ने बाबा साहब पर अपना अधिकार जमाना शुरू किया उससे साफ है कि वो लोग केवल वोट की राजनीति करना चाहते हैं।
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