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दीपू हत्याकांड: गांजे के काले कारोबार के विवाद में हुआ था मर्डर, मास्टरमाइंड समेत दो शूटर अरेस्ट Lucknow News

कैंट में होटल संचालक की हत्या का मामला। मृतक अवैध गांजे का कारोबार चला रहा था। धंधे में वर्चस्व स्थापित करने के लिए अवैध गांजा करोबारी से पाटर्नरशिप करना चाहता था।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 04:21 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 07:58 AM (IST)
दीपू हत्याकांड: गांजे के काले कारोबार के विवाद में हुआ था मर्डर, मास्टरमाइंड समेत दो शूटर अरेस्ट Lucknow News
दीपू हत्याकांड: गांजे के काले कारोबार के विवाद में हुआ था मर्डर, मास्टरमाइंड समेत दो शूटर अरेस्ट Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में कैंट कोतवाली के सामने होटल संचालक दीपू वर्मा हत्याकांड मामले में पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया। मामले में मास्टरमांइड समेत दो शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है। हत्या करने वाले बदमाश गैर जनपद से आए थे। स्थानीय रंजिश और लेनदेन को लेकर दीपू की हत्या को अंजाम दिया गया। इनके पास से हत्या में प्रयोग .32 बोर की नाजायज पिस्टल मय कारतूस, मोटरसाइकिल व नगदी बरामद की गई है। 

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ये था मामला 

सदर के रामदास का हाता निवासी दीपू वर्मा (38) कैंट कोतवाली के सामने छोला-पूड़ी का होटल चलाता था। लकड़ी मोहाल मोहल्ला निवासी पुष्पराज उर्फ अमित (33) उसका कर्मचारी था। 21 सितंबर शाम 7:30 बजे के करीब दोनों होटल बंद करके स्कूटी से घर जा रहे थे। कैंट कोतवाली के सामने बदमाशों ने दो गोलियां दीपू को मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पुष्पराज के दाहिने हाथ में गोली लगी। 

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चला रहे थे अवैध गांजे का कारोबार 

पूछताछ में पता चला कि मृतक अवैध गांजे का कारोबार चला रहा था। धंधे में वर्चस्व स्थापित करने के लिए अवैध गांजा करोबारी दिलीप से पाटर्नरशिप करना चाहता था। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था। दिलीप पर दबाव बनाने के लिए मृतक ने पुलिस में शिकायत करने की बात भी कही। जिसपर दिलीप ने उसे रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर डाली। 

मास्टरमाइंड ने दे दी सुपारी 

पूछताछ में आरोपी दिलीप कुमार ने बताया कि पिछले पांच-छह माह से मृतक दीपू वर्मा 20 हजार रुपये देने या पार्टनरशिप में काम करने का दबाव बना रहा था। न देने पर पुलिस से पकड़वाने की धमकी दे रहा था। रोज-रोज की इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए दीपू को रास्ते से हटाने की बात सोची और अपने दोस्त राजीव से कही। उसने 50 हजार रुपये काम होने के पहले व काम के बाद 15,000 रुपये प्रतिमाह देने की बात तय हुई थी। इसके बाद मैंने पांच-छह साल पहले उन्नाव से खरीदी एक गैर लाइसेंसी पिस्टल .32 बोर व कारतूस उसे दी। शूटर राजीव और आदर्श ने मिलकर दीपू की हत्या कर दी। 

100 से ज्यादा मोबाइल नंबर व 50 लोगों से पूछताछ  

वहीं, आरोपितों को पकडऩे के लिए पुलिस ने करीब 100 से ज्यादा मोबाइल नंबर छान मारे। इसके साथ ही 50 लोगों से पूछताछ की गई। 

मास्टरमाइंड समेत दो अरेस्ट 

  • मास्टरमाइंड लखनऊ कैंट सदर थानाक्षेत्र, 943 बाल्मीकी मोहाल निवासी दिलीप कुमार वैश्य 48 उर्फ डब्लू पुत्र स्व सुंदर लाल कक्षा आठवीं तक पढ़ा है। वर्तमान में टैम्पो चलवाने और गांजे का अवैध कारोबारी है। 
  • वहीं, शूटर राजीव रंजन श्रीवास्तव उर्फ सक्षम उर्फ राजा 21  पुत्र विजय श्रीवास्तव, गोंडा के ग्राम करौंहा मान थाना मनकापुर का रहने वाला है। प्रापर्टी का काम करता है। मनकापुर गोंडा के गुरू वशिष्ठ महाविद्यालय से बीएससी-3 का छात्र रहा है। 
  • तीसरा आरोपित आदर्श कुमार उर्फ आकाश श्रीवास्तव 20 पुत्र राकेश श्रीवास्तव भी गोंडा जिले का निवासी है। किरायें का मकान व जमीन दिलवाने का काम करता है। जिले के ही इंटरमीडिएट एपी इंटर कॉलेज मनकापुर से 12 वीं तक पढ़ा है। 

बरामद किया ये सब 

  • एक अवैध पिस्टल .32 बोर।
  • तीन जिन्दा कारतूस .32 बोर। 
  • घटना में प्रयोग लाल रंग की हीरो हांडा एक्स्ट्रीम नं0 यूपी 32 केएल 2893
  • 50,000 कैश 
  • घटना में प्रयोग हेलमेट बरामद

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