Maha Kumbh Stampede: 24 घंटे के भीतर ही काम शुरू, कल प्रयागराज पहुंचकर जांच शुरू करेगा न्यायिक आयोग
महाकुंभ-2025 में मौनी अमावस्या स्नान से पहले हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने 24 घंटे के भीतर काम शुरू कर दिया। अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हर्ष कुमार व दो सदस्य जांच के लिए प्रयागराज जाएंगे। आयोग एक माह में रिपोर्ट सौंपेगा जिसमें हादसे के कारणों और सुरक्षा चूक की जांच होगी। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कर भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के उपाय सुझाए जाएंगे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महाकुंभ-2025 में माैनी अमावस्या स्नान पर्व से पूर्व मंगलवार/बुधवार की देर रात भगदड़ की घटना की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन के 24 घंटे के भीतर ही अध्यक्ष व दोनों सदस्यों ने अपना काम शुरू कर दिया।
आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हर्ष कुमार, सदस्य पूर्व पुलिस महानिदेशक वीके गुप्ता व पूर्व आइएएस अधिकारी डीके सिंह ने शुक्रवार सुबह 10 जनपथ स्थित सचिवालय में आयोग के कार्यालय में पदभार संभालने के साथ ही पहली बैठक की और जांच के लिए कार्ययोजना बनाई।
आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने बताया कि आयोग शुक्रवार को प्रयागराज जाएगा। भगदड़ के कारण व सुरक्षा प्रबंधों में हुई चूक समेत सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी। जांच को तेजी से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
अंकित कुमार आयोग में बतौर सचिव करेंगे काम
लखनऊ में तैनात अपर नगर मजिस्ट्रेट अंकित कुमार आयोग में बतौर सचिव काम करेंगे। इनके अलावा तकनीकी सेवाएं में तैनात पुलिस उपाधीक्षक हरिमोहन सिंह भी आयोग को भी आयोग से जोड़ा गया है। आयोग में एक निजी सचिव, एक अपर निजी सचिव, दो कंप्यूटर आपरेटर, तीन तृतीय श्रेणी व चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नियुक्त किए गए हैं।
एक माह में रिपोर्ट सौंपेगा आयोग
आयोग अध्यक्ष व दोनों सदस्यों को एक-एक पीएसओ भी प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बुधवार शाम न्यायिक जांच आयोग गठित किया गया था। आयोग एक माह में अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेगा।
आयोग न्यायिक आयोग भगदड़ के कारणों के साथ ही उन परिस्थितियों की भी जांच करेगा, जो हादसे का कारण बनीं। भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके सुझाव भी देगा। माना जा रहा है कि आयोग शुक्रवार को भगदड़ वाले स्थान का निरीक्षण करने के साथ ही वहां तैनात रहे पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से पूछताछ भी कर सकता है। आयोग कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज करेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।