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    Lucknow-Sitapur Highway: अब लखनऊ से सीतापुर सिर्फ 1 घंटे में! हाईवे को 6 लेन बनाने की तैयारी शुरू

    Updated: Mon, 21 Apr 2025 03:39 PM (IST)

    लखनऊ-सीतापुर हाईवे को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण छह लेन का बनाने जा रहा है जिससे यात्रा और सुगम होगी। इस परियोजना से लखनऊ से सीतापुर के बीच लगने वाला समय घटकर लगभग एक से सवा घंटा हो जाएगा। हाईवे के चौड़ीकरण से कुछ स्थानों पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिससे यातायात में सुधार होगा और लोगों को जल्द गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

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    लखनऊ से सीतापुर का सफर होगा और सुगम, एनएच 30 बनेगा छह लेन। (तस्वीर जागरण)

    अंशू दीक्षित, लखनऊ। राजधानी से सीतापुर जाना और सुगम हो जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) सीतापुर हाईवे को फोरलेन से सिक्स लेन यानी छह लेन वाला राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने जा रहा है। इससे जमीनों का अधिग्रहण कुछ जगह हो सकता है।

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    इसकी प्रकिया भी शुरू कर दी गई है। आने वाले एक साल के भीतर सीतापुर हाईवे का काम शुरू कर दिया जाएगा। खासबात होगी कि अभी जो दो घंटे का सफर लखनऊ से सीतापुर पहुंचने में लगता है, वह सिर्फ एक से सवा घंटे ही लगेगा, क्योंकि वाहनों की गति बढ़ेगी।

    इसके साथ ही जो जाम लगता है ट्रैफिक के कारण, उसमें सुगमता आएगी। हाईवे के चौड़ीकरण में कस्बों के किनारे कुछ मकान व दुकान चौड़ीकरण के जद में आ सकते हैं। हालांकि अभी इसको लेकर अधिसूचना जारी होना बाकी है।

    लखनऊ से सीतापुर जाना होगा और आसान

    भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण चाहेगा कि कम से कम लोगों के घर, दुकान व जमीनें छह लेन बनाने की जद में आए। क्योंकि इससे छह लेन हाई की लागत भी बढ़ेगी। वहीं एनएचएआइ ने राजधानी में आउटर रिंग रोड के बाद लखनऊ से अयोध्या, बाराबंकी से बहराइच, कुंभ में लखनऊ से रायबरेली रोड के चौड़ीकरण का काम कराया जा चुका है।

    वर्तमान में लखनऊ से कानपुर के ट्रांस गंगा सिटी तक एक्सप्रेस वे बनाने का काम चल रहा है। अब लखनऊ से सीतापुर की ओर प्राधिकरण ने फोकस किया है। यहां बढ़ते ट्रैफिक के कारण हाई वे को चार लेन से छह लेन बनाने का निर्णय किया है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वर्ष 2027 तक यह राष्ट्रीय राजमार्ग छह लेन का होगा। इसके कारण लोग अपने गंतव्य थोड़ा और जल्दी पहुंच सकेंगे।

    वर्तमान में दस हजार से अधिक लोग करते हैं अप व डाउन

    लखनऊ से सीतापुर व सीतापुर से लखनऊ के बीच नियमित रूप से सफर करने वालों की संख्या करीब दस हजार से अधिक है। यह लोग परिवहन व अपने निजी वाहनों से सफर करते हैं। आठ से दस घंटे की नौकरी के अलावा चार घंटे अप व डाउन में लग जाते हैं। ऐसे लोगों को सबसे अधिक लाभ होगा।

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