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    यूपी के 6 शहर देश के 20 सबसे स्वच्छ शहरों में, आगरा और वाराणसी समेत कई जिलों को फाइव स्टार रेटिंग

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 11:30 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रयासरत है। लखनऊ ने 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। 28वें स्थान पर अयोध्या नगर निगम रहा है। वहीं गाजियाबाद 11वें स्थान पर रहा। सरकार कंपोस्टिंग यूनिट और प्लास्टिक निषेध योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा सके।

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    निकायों के हर वार्ड में शुरू होगी कंपोस्टिंग यूनिट।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के शानदार प्रदर्शन को बरकरार रखने और बढ़ाने के लिए नगर विकास अब बेहतर अभ्यासों को सभी निकायों में अपनाने की कोशिश करेगा। हर वार्ड में कंपोस्टिंग यूनिट, प्लास्टिक निषेध योजना और जीरो वेस्ट सिटी माडल को लागू किया जाएगा। यह काम पहले से चल रहा है और इसकी गति तेज की जाएगी।

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    गुरुवार को जारी स्वच्छ सर्वेक्षण में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में लखनऊ तीसरे स्थान पर रहा है। लखनऊ को सेवन स्टार के साथ वाटर प्लस श्रेणी भी मिली है। 10वें स्थान पर रहे आगरा, 11वें ग्यारहवें स्थान पर रहे गाजियाबाद, 12वें स्थान पर रहे प्रयागराज , 13वें स्थान पर रहे कानपुर और 17वें स्थान पर रहे वाराणसी को फाइव स्टार के साथ वाटर प्लस श्रेणी में चुना गया है।

    वहीं वन स्टार रेटिंग वाला मेरठ को वाटर प्लस और 26वें स्थान पर रहे अलीगढ़ को ओडीएफ डबल प्लस की भी श्रेणी में रखा गया है।

    तीन से दस लाख की आबादी वाले बड़े शहरों में चौथे स्थान पर गोरखपुर, 10वें स्थान पर मुरादाबाद, 11वें स्थान पर मथुरा-वृंदावन, 12वें स्थान पर फिरोजाबाद, 16वें स्थान पर सहारनपुर, 17वें स्थान पर झांसी, 20वें स्थान पर बरेली और 28वें स्थान पर अयोध्या नगर निगम रहा है।

    वहीं तीन लाख तक की आबादी वाले शहरों में बिजनौर 29वें, मोदीनगर 34वें और हरदोई नगर पालिका 54वें स्थान रह रही। पचास हजार जनसंख्या वाले छोटे निकायों में 13वें स्थान पर अनूपशहर, 22वें स्थान पर सिधौली नगर पंचायत और 66वें स्थान पर खेरागढ़ ने जगह बनाई है।

    नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने विभाग द्वारा अपनाए गए स्मार्ट मानिटरिंग, वार्डवार मूल्यांकन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, डोर टू डोर कलेक्शन, सीवरेज सुधार आदि कोशिशों से यह उपलब्धि मिली है। अब कंपोस्टिंग यूनिट, प्लास्टिक निषेध योजना और जीरो वेस्ट सिटी माडल का तेजी से विस्तार किया जाएगा।