मोबाइल में ऐसी क्या जानकारी थी जो GRP ने लौटाया तो रोने लगा यात्री, रायबरेली स्टेशन पर फोन छीनकर भागा था चोर
लखनऊ के तकरोही में प्रमोद कुमार को उनके पिता ने अपना मोबाइल फोन उपहार में दिया था। पिता की मृत्यु के बाद अस्थियां विसर्जित कर लौटते समय उनका मोबाइल चोरी हो गया। जीआरपी ने सर्विलांस की मदद से मोबाइल बरामद कर प्रमोद को लौटाया जिससे वह भावुक हो उठे। पुलिस ने 35 लाख रुपये के 221 मोबाइल फोन बरामद किए।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। तकरोही में बिजली उपकरण की छोटी सी दुकान चलाने वाले प्रमोद कुमार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी तो उनके पिता गंगा प्रसाद लाल (70) ने अपना ही मोबाइल फोन इस होली पर उनको गिफ्ट में दे दिया। करीब 20 दिन आइसीयू में भर्ती रहने के बाद चार मई को पिता की मृत्यु हो गई। प्रमोद आठ मई को प्रयागराज में अस्थियां और फूल प्रवाहित कर वापस लौट रहे थे
रायबरेली स्टेशन पर ट्रेन से एक चोर उनका मोबाइल फोन छीनकर भाग गया। मोबाइल फोन में आइसीयू के समय पिता के साथ खींची हुई यादें थी तो उनका अंतिम गिफ्ट के चोरी होने पर वह टूट गए। मामला जीआरपी में दर्ज हुआ। सर्विलांस की मदद से जीआरपी ने उनका मोबाइल फोन खोज निकाला।
मंगलवार को जब एसपी रेलवे रोहित मिश्र ने प्रमोद कुमार को उनका मोबाइल फोन सौंपा तो वह भावुक हो उठे। एसपी रेलवे ने मंगलवार को जीआरपी लाइन में प्रमोद कुमार सहित 221 मोबाइल फोन को सर्विलांस की मदद से बरामद कर यात्रियों को सौंप दिया। बरामद मोबाइल फोन की कीमत करीब 35 लाख रुपये है।
अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे प्रकाश डी और पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे सुधा सिंह के आदेश पर पुलिस उपाधीक्षक प्रथम अमित कुमार सिंह एवं पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय हृषीकेश यादव ने अपनी सर्विलांस टीम के साथ मोबाइल फोन को कोलकाता, दिल्ली और बिहार के कई शहरों से बरामद किया।
अपना चोरी हुआ मोबाइल फोन पाकर यात्रियों के चेहरे खिल उठे। दिल्ली निवासी संदीप सिंह का मोबाइल फोन करीब दो साल पहले चोरी हो गया था। संदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन को वापस पाने की उम्मीद ही छोड़ दी थी।
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