ATS के निशाने पर घुसपैठियों के दो और मददगार, रोहिंग्या-बांग्लादेशियों के पासपोर्ट बनवाने में रही अहम भूमिका
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने घुसपैठियों के जाली आधार कार्ड पासपोर्ट व अन्य भारतीय दस्तावेज बनवाने वाले गिरोह के दो और सक्रिय सदस्यों की तलाश तेज की है। घुसपैठियों के पासपोर्ट बनवाने में दोनों की सक्रिय भूमिका रही है। सूत्रों का कहना है कि अवैध घुसपैठ कराने वाले सिंडिकेट से भी इनका कनेक्शन सामने आया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने घुसपैठियों के जाली आधार कार्ड, पासपोर्ट व अन्य भारतीय दस्तावेज बनवाने वाले गिरोह के दो और सक्रिय सदस्यों की तलाश तेज की है। घुसपैठियों के पासपोर्ट बनवाने में दोनों की सक्रिय भूमिका रही है।
सूत्रों का कहना है कि अवैध घुसपैठ कराने वाले सिंडिकेट से भी इनका कनेक्शन सामने आया है। एटीएस अपनी छानबीन में यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कितने घुसपैठियों के पासपोर्ट बनवाए गए हैं। इनमें कुछ पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं। गिरोह ने घुसपैठियों के कूटरचित आधार कार्ड व अन्य प्रमाणपत्र भी बड़ी संख्या में बनवाए थे। गिरोह के सक्रिय सदस्य अक्षय सैनी व राजीव तिवारी को पुलिस रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की गई है। दोनों ने अपने सक्रिय साथियों की जानकारी दी है।
खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय गिरोह के कुछ सदस्यों के बारे में भी अहम जानकारियां सामने आई हैं। इनके आधार पर आगे की जांच की जा रही है। गिरोह का मास्टरमाइंड आजमगढ़ का निवासी मुहम्मद नसीम है। गिरोह के अब तक 10 आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से बरामद 22 लैपटाप का डाटा भी खंगाला जा रहा है। गिरोह का नेटवर्क उप्र के अलावा दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखंड व अन्य राज्यों में भी फैला है।
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