'I Love Muhammad ट्रेंड को...', बरेली बवाल के बाद मौलाना खालिद रशीद का बयान आया सामने
मौलाना खालिद रशीद ने मुसलमानों से हिंदू त्योहारों में बाधा न डालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में रबी उल अव्वल महीने में सबने मोहब्बत का इज़हार किया। अभी जो ट्रेंड चल रहा है उसे रोकने की सख्त जरूरत है। बता दें कि 26 सितंबर को बरेली में आई लव मोहम्मद मामले को लेकर बवाल हुआ था।

जागरण संवाददाता, लखनऊ: बरेली जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब होने के बाद लखनऊ में प्रख्यात मौलाना स्थिति को नियंत्रण में लाने के प्रयास में हैं। मौलाना खालिद रशीद ने मुसलमानों से बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा कि हाल ही में रबी उल अव्वल महीने में सबने मोहब्बत का इज़हार किया, लेकिन अब एक नई ट्रेंड सामने आ रही है, जिसे रोकने की ज़रूरत है।
लखनऊ में इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने हिंदू त्योहारों को देखते हुए रविवार को मुसलमानों से अमन चैन बनाने की अपील की है। देश के मुसलमानों से अपील जारी करते हुए कहा है कि उन्हें हिंदू भाइयों के त्योहारों में किसी भी तरह की परेशानी पैदा नहीं करनी चाहिए। मौलाना ने कहा कि भाईचारा कायम रखना भी पैगंबर मुहम्मद साहब से प्यार और सम्मान है। ऐसे में हिंदुओं के त्योहारों का मुस्लिम समाज के लोग सम्मान करें। कोई नई परंपरा शुरू न करें।
मौलाना ने कहा कि मुहम्मद साहब ने सभी धर्मो का सम्मान और अमन चैन कायम रखने का पैगाम दिया था। रबी-उल-अव्वल के महीने में पैगंबर के नाम पर ऐसा कुछ न करें जिससे कौम पर सवाल उठाए जाएं। हमारी जिम्मेदारी है कि समाज में एकता और भाईचारा लाने का प्रयास करें। सभी धर्मों का सम्मान करें।
उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ न करें जिससे दूसरों के धार्मिक आयोजनों में परेशानी हो। नमाज के दौरान मस्जिदों में भी अपील की जाए, जिससे सामाजिक ताने बाने को बनाए रखा जा सके। कुछ असामाजिक व शरारती तत्व धर्म के नाम पर समाज को विघटित करने का कार्य कर रहे रहे, जिसको लेकर हम सभी को सावधान रहने की जरूरत है। मौलानाओं की भी जिम्मेदारी है कि वह समाज में शांति बनाए रखने का काम करें।
गौरतलब है कि बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ के समर्थन में शुक्रवार को बवाल हो गया और माहौल को खराब करने के आरोप में इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां को गिरफ्तार करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया है।
बता दें कि 26 सितंबर को आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर के ज्ञापन देने की घोषणा पर तमाम लोगों ने शुक्रवार दोपहर नमाज के बाद इस्लामियां मार्केट में इकट्ठा होने की कोशिश की थी। पुलिस ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया था। समझाने के बावजूद नहीं सुनने पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था। इसके बाद मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर लिया गया।
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मौलाना तौकीर रजा इस उपद्रव के लिए पिछले सात दिनों से साजिश रच रहे थे। अंदरखाने इसकी तैयारी की जा रही थी अभी तक जो भी घटनाक्रम थे, वह उस पूरी प्लानिंग का एक हिस्सा थे। जिसे समझने में पुलिस से चूक हुई।
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