लखनऊ में लग्जरी गाड़ियों से गांजे की तस्करी करने वाले गिरोह का राजफाश, एक तस्कर गिरफ्तार
एसटीएफ ने नगराम पुलिस की मदद से लग्जरी गाड़ियों से गांजा तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। एक आरोपी गिरफ्तार दूसरा फरार। 40 लाख रुपये का 156 किलो 600 ग्राम गांजा बरामद। गिरोह आंध्र प्रदेश और ओडिशा से गांजा लाकर लखनऊ और आसपास के जिलों में सप्लाई करता था। कॉलेज के छात्र और प्राइवेट दफ्तरों में काम करने वाले लोग ग्राहक थे।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। एसटीएफ ने नगराम पुलिस की मदद से लग्जरी गाड़ियों से गांजा तस्करी करने वाले गिरोह का सोमवार को राजफाश किया। एक सदस्य को तो दबोच लिया, लेकिन दूसरा मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश में टीम दबिश दे रही है।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी धर्मेश कुमार शाही ने बताया कि आरोपित के पास से चालीस लाख की कीमत का 156 किलो 600 ग्राम गांजा बरामद किया है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा से गांजा लाकर लखनऊ व आसपास के जिलों में सप्लाई करते हैं।
डिप्टी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित नगराम के सलेमपुर अचाका निवासी शिवम यादव है। सुलतानपुर हाइवे के पास स्थित पटवाखेड़ा गांव के पास शक के आधार पर स्कार्पियो को रोका गया तो चालक की बगल वाली सीट पर बैठा युवक कूद कर फरार हो गया।
लेकिन चालक शिवम को दबोच लिया गया। स्कार्पियो के अंदर से 156 किलो 600 ग्राम गांजा बरामद किया गया। बाजार में उसकी कीमत लगभग चालीस लाख रुपये
है। पूछताछ में शिवम ने बताया कि आंध्र प्रदेश और ओडिशा के उमरकोट स्थित जेपोर से उच्च क्वालिटी का गांजा तीन हजार रुपये प्रतिकिलो में खरीदकर लाते थे। वहां से गांजा लाने के लिए लग्जरी गाड़ियों का प्रयोग करते हैं। ताकि किसी को संदेह न हो।
लखनऊ, सुलतानपुर, रायबरेली व आसपास के जिलों में छह हजार रुपये प्रति किलो में बेचते हैं। फरार साथी के बारे में शिवम ने बताया कि वह सुलतानपुर के बल्दीराय का रहने वाला सूरज सिंह है। दोनों की 2022 में लखनऊ जेल में मुलाकात हुई थी।
जेल से छूटने के बाद दोनों ने मिलकर अपना गिरोह बनाया और गांजे की तस्करी करने लगे। पूछताछ में बताया कि आंध्र प्रदेश और ओडिशा के गांज की काफी डिमांड है। इस लिए वहां से गांजा लाकर यहा बेचते थे। बरामद स्कॉर्पियो भी उसने गांजा तस्करी से मिलने वाले रुपये से खरीदी है।
शिवम यादव के खिलाफ पीजीआई पुलिस स्टेशन में एक केस दर्ज हैं। वहीं मौके से फरार हुए सूरज सिंह के खिलाफ गोसाईंगंज में दो और सुलतानपुर में तीन मामले दर्ज हैं। फरार आरोपित की तलाश में पुलिस टीम कई स्थानों पर दबिश दे रही है।
कालेज के छात्र व प्राइवेट दफ्तर के लोग खरीदते हैं गांजा
आरोपित ने पूछताछ में बताया कि गांजा की मांग बीते कुछ महीनें से ज्यादा हो गई है। यह गांजा छात्र, प्राइवेट दफ्तरों में काम करने वाले लोग खरीदते हैं। इन लोगों से अलग-अलग लोग जुड़े हुएं, उनकी मदद से यह लोग खरीदारी करते हैं।
उनकी तरफ से मांग बढ़ने पर आपूर्ति की जाती है। पुलिस की माने तो गिरोह के तार कहां-कहां जुड़े इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्द ही अन्य की भी गिरफ्तारी की जाएगी।
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