UP Weather Update: यूपी में बिजली गिरने से 16 की मौत, 40 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी
उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से 16 लोगों की दुखद मौत हो गई जिनमें कानपुर और आसपास के जिलों में सबसे अधिक मौतें हुईं। संभल में एक विद्यालय पर बिजली गिरने से छह विद्यार्थी घायल हो गए। वर्षा के कारण कई जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक 40 जिलों में वर्षा के आसार हैं।

जागरण टीम, लखनऊ। मानसून की वापसी से पहले सोमवार को पूर्वांचल से शुरू हुआ बारिश का दौर मंगलवार को प्रदेश के मध्य और पश्चिम हिस्से तक पहुंच गया। इस दौरान बिजली गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई। सबसे अधिक 11 मौतें कानपुर और आसपास के जिलों में हुई हैं। इसके अलावा श्रावस्ती, हाथरस, अलीगढ़ में भी वज्रपात से जान गई है।
संभल में एक स्कूल पर बिजली गिरने से छत के मलबे की चपेट में आकर छह विद्यार्थी घायल हो गए। वर्षा के कारण कई जिलों में बाजरा, आलू व सरसों आदि फसलों को नुकसान पहुंचा है। इस बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार तीन दिनों तक राजधानी समेत 40 जिलों में वर्षा के आसार हैं। शुक्रवार को मध्य व पूर्वी यूपी के लगभग सभी जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। वर्षा के दौरान बिजली गिरने से कन्नौज-महोबा व फतेहपुर में तीन-तीन मौतें हुई हैं।
कानपुर व चित्रकूट में एक-एक मौत हुई है। उन्नाव और फर्रुखाबाद में दो-दो लोग बिजली गिरने से झुलस गए। हमीरपुर, औरैया, बांदा, उरई, इटावा, उन्नाव, कन्नौज व फतेहपुर में फसलों को नुकसान हुआ है। हाथरस में तड़के चार बजे से बरसात शुरू हुई। बादलों की तेज गड़गड़ाहट से लोगों की नींद खुल गई। तेज तो कभी हल्की बरसात दिनभर होती रही। बिजली गिरने से दो किसानों की मौत हो गई। हाथरस जंक्शन स्टेशन पर सिग्नल फ्यूज उड़ने से ट्रेनों के पहिये थम गए।
दिल्ली से वाराणसी जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस और कानपुर से दिल्ली की ओर जाने वाले राजधानी एक्सप्रेस को पांच मिनट के लिए रोका गया। अलीगढ़ में जमकर वर्षा हुई। धनीपुर मंडी में धान की 50 हजार बोरियां भीग गईं। संभल जिले में प्राथमिक विद्यालय की छत पर मंगलवार सुबह लगभग 10:30 बजे बिजली गिर गई। इससे छत का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे खड़े विद्यार्थियों पर गिर गया। छह विद्यार्थी घायल हो गए। विद्यालय की कई बिजली उपकरणों में शार्ट सर्किट भी हुआ। बलरामपुर में बिजली गिरने से चारा काट रहे श्रमिक की मौत हो गई। वहीं एक घर पर आकाशीय बिजली गिरने से छत व दीवार क्षतिग्रस्त होकर ढह गई।
इधर, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार से तीन दिनों के लिए प्रदेश के अवध, पूर्वांचल और मध्यांचल में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं तेज बरसात की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर क्षेत्र बनने से एक अक्टूबर से अगले तीन दिनों के लिए प्रदेश में अचानक मौसम बदला है, जिसकी वजह से बारिश का दौर शुरू हुआ है। प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी, जौनपुर, आजमगढ़, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, संत कबीर नगर और आसपास के इलाकों में चार और पांच अक्टूबर को मध्यम से भारी बरसात के आसार हैं।
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