'एक जिला, एक वसूली भाई' की सच्चाई उजागर! वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का सपा पर बड़ा वार
लखनऊ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के व्यापारियों पर लगाए आरोपों का वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने खंडन किया। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में व्यापारी डरे हुए थे जबकि भाजपा सरकार ने अनुकूल माहौल बनाया। खन्ना ने सपा शासन में रंगदारी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। भाजपा विधायक नीरज बोरा ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने व्यापारियों को सुरक्षा दी है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा व्यापारियों से जुड़े आरोपों पर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और भाजपा विधायक डा. नीरज बोरा ने पलटवार किया है। दोनों नेताओं ने अखिलेश के बयानों को तथ्यहीन और भ्रामक बताते हुए कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में व्यापारी वर्ग सबसे अधिक डरा और असुरक्षित महसूस करता था, जबकि वर्तमान डबल इंजन सरकार ने व्यापार के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि 2012 से 2017 के बीच सपा शासन में रंगदारी, गुंडागर्दी और कमीशनखोरी चरम पर थी। यह सब समाजवादी व्यवस्था की पहचान बन चुका था। उन्होंने कहा कि आज व्यापारी वर्ग एमएसएमई नीति, ''''एक जनपद, एक उत्पाद'''' ( ओडीओपी), इंटरनेशनल ट्रेड शो और उद्योग मित्र जैसी योजनाओं का लाभ लेकर प्रदेश के आर्थिक विकास में भागीदार बन रहा है।
खन्ना ने अखिलेश यादव द्वारा कमीशन मित्र कहे जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह बयान उन लाखों ईमानदार युवाओं का अपमान है, जो बैंक मित्र बनकर आत्मनिर्भर बने हैं। उन्होंने बताया कि 2017 में प्रदेश का निर्यात 80 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर दो लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है।
प्रति व्यक्ति आय 46 हजार रुपये से बढ़कर 1.2 लाख रुपये और राज्य की जीडीपी 12.75 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 30 लाख करोड़ रुपये हो गई है। वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि सपा शासन में टेंडर केवल खास वेंडरों के हित में तैयार होते थे। वहीं, वर्तमान में पारदर्शी व्यवस्था लागू है, जो सपा को स्वीकार नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के दौरान थानों में ‘रेट कार्ड’ जैसी व्यवस्था होती थी और अब वही लोग बैंक लोन प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। उधर, प्रेसवार्ता में भाजपा विधायक डा. नीरज बोरा ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने भय, भ्रष्टाचार और माफिया राज से प्रदेश को मुक्त कर व्यापारी वर्ग को सुरक्षा और सम्मान दिया है।
उन्होंने सपा शासन की तुलना करते हुए कहा कि तब ''''एक जिला, एक वसूली भाई'''' का तंत्र काम करता था, जबकि आज पारदर्शी योजनाओं के ज़रिये व्यापारी प्रदेश के विकास में सहभागी बन रहे हैं। कहा कि चुनाव से पहले ही सपा प्रमुख मानसिक रूप से हार मान चुके हैं, इसीलिए तथ्यविहीन बयानबाजी कर रहे हैं।
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