UP News: राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य बनेंगे क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, हर मंडल में होगा ऑफिस
लखनऊ में उच्च शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए सरकार 10 नए मंडलों में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय खोलेगी। इन कार्यालयों में राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को स्थानांतरित कर अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। इससे शिक्षकों और छात्रों की समस्याओं का समाधान तेजी से होगा और शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। छात्रवृत्ति और प्रवेश जैसी समस्याओं का निवारण भी आसान हो जाएगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उच्च शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय की उपयोगिता है। अभी आठ मंडलों में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय संचालित हो रहे हैं। जल्द ही शेष 10 मंडलों में भी ये कार्यालय खोले जाएंगे। शासनादेश के अनुसार, इन 10 नए कार्यालयों में संबंधित मंडल के राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को स्थानांतरित कर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
इन 10 मंडलों में अलीगढ़, आजमगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, देवीपाटन, अयोध्या, बस्ती, विन्ध्याचल, मुरादाबाद और सहारनपुर शामिल हैं। सभी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सहायक लेखाधिकारी के पद वित्त विभाग के जरिये और कनिष्ठ सहायक के पद उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा सीधी भर्ती से भरे जाएंगे। सभी मंडलों में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय खुलने के बाद शिक्षक को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरे मंडलों की ओर भटकना नहीं पड़ेगा।
क्षेत्रीय स्तर पर कार्यालय खुलने से कॉलेजों की नियमित निगरानी होगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। कालेज के प्राचार्य और शिक्षक सीधे अपने मंडल के अधिकारी से संवाद कर सकेंगे। छात्रहित में भी इसकी उपयोगिता रहेगी। छात्रवृत्ति, प्रवेश, परीक्षा या अन्य प्रशासनिक समस्याओं का निस्तारण तेजी से होगा। उच्च शिक्षा विभाग का मानना है कि इस कदम से प्रदेश में उच्च शिक्षा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी, प्रभावी और छात्र हितैषी बनाया जा सकेगा।
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