लखनऊ के पिपराघाट श्मशान घाट की 10 करोड़ रुपये की लागत से बदलेगी सूरत, शव जलाने की लगेंगी आधुनिक मशीनें
लखनऊ के पिपराघाट श्मशानघाट का जीर्णोद्धार किया जाएगा। छावनी परिषद ने 10 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। बैकुंठधाम के बाद पिपराघाट श्मशानघाट प ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। ब्रिटिशकालीन पिपराघाट श्मशानघाट का जीर्णोद्धार किया जाएगा। यहां शव जलाने की आधुनिक मशीनों के साथ श्मशानघाट का कायाकल्प कराया जाएगा। छावनी परिषद ने करीब 10 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
बैकुंठधाम के बाद पिपराघाट श्मशानघाट पर छावनी, नीलमथा सहित कई जगहों से लोग शवदाह कराने आते हैं। इस श्मशानघाट का नियंत्रण छावनी परिषद प्रशासन करता है। इस दशकों पुराने श्मशानघाट के आधुनिकीकरण की जरूरत कई साल से हो रही थी।
इसे देखते हुए छावनी परिषद प्रशासन ने सीएसआर फंड से इसका कायाकल्प कराने का प्रस्ताव बनाया है। पिछले दिनों हुई वैरी बोर्ड बैठक में सीईओ अभिषेक राठौर और नामित सदस्य प्रमोद शर्मा की उपस्थिति में इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। भारत इलेक्ट्रानिक्स लि. के सहयोग से छावनी परिषद नए प्लेटफार्म, शवदाह कने की मशीन लगाएगा।
इतना ही नहीं आए दिन होने वाली आवारा पशुओं की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए भी परिषद एक हिस्से में अलग व्यवस्था करेगा। इससे आवारा पशुओं की मौत से होने वाले संक्रमण को रोका जा सकेगा। परिषद के नामित सदस्य प्रमोद शर्मा ने बताया कि जल्द ही श्मशानघाट को आधुनिक बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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