लखनऊ से अयोध्या जाने वालों की बढ़ी मुश्किलें, आज से 15 दिन मटियारी फ्लाईओवर से नहीं गुजरेंगे वाहन... ये है वजह
लखनऊ के मटियारी फ्लाईओवर पर सस्पेंशन ढीले होने के कारण एक लेन को बंद कर दिया गया है। 15 दिनों तक चलने वाले इस काम के दौरान अयोध्या जाने वाले श्रद्धालु ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। मटियारी फ्लाईओवर को जोड़ने वाले सस्पेंशन ढीले व खराब हो गए हैं।दो पहिया वाहन चालकों के साथ ही भारी वाहन चालकों को भी फ्लाईओवर से गुजरने पर खट-खट की आवाज आती है।
लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड की टीम ने जांच की तो पता चला कि सस्पेंशन की उम्र पूरी हो गई है। अब इन्हें बदलने की जरूरत है। प्रतिदिन ढाई लाख वाहनों का आवागमन इस रोड पर होता है। ऐसे में पूरी फ्लाईओवर न बंद करते हुए अभियंताओं ने एक-एक लेन बंद करके काम करने का निर्णय किया है।
16 फरवरी 2025 से एक लेन बंद रहेगी और दूसरी लेन से वाहन निकलेंगे। पंद्रह दिन में जब एक लेन का काम पूरा हो जाएगा तो दूसरी लेन शुरू करते हुए पहली लेन पर वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान अलग-अलग राज्यों से आने वाले अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ सकती है और यहां जाम का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि सर्विस लेन से होकर आना जाना पड़ेगा।
फ्लाईओवर के नीचे सर्विस लेन से गुजरेंगे लोग
अभियंताओं ने बताया कि मटियारी फ्लाईओवर के बजाए नीचे से गई सर्विस लेन का प्रयोग करते हुए श्रद्धालु अयोध्या की ओर जा सकेंगे। वहीं, अयोध्या से लखनऊ आने पर मटियारी फ्लाईओवर का लेन खुला रहेगा।
लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सत्येंद्र नाथ ने बताया कि सस्पेंशन ढीले हैं, जिन्हें बदलना जरूरी है। इसको लेकर कुछ पहले ट्रैफिक से जुड़े अधिकारियों को पत्र लिखकर डायवर्जन मांगा गया था। इसकी अनुमति मिलने के बाद भी काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सस्पेंशन ठीक होने के बाद वाहन चालकों को पहले से ज्यादा सहूलियत होगी।

क्या है संस्पेंशन
फ्लाईओवर पर ट्रैफिक लोड को टावरों के बीच विभाजित करने के लिए सस्पेंशन की बड़ी भूमिका होती है। ब्रिज में सस्पेंशन का एक नेटवर्क होता है, पुल के डेक को केबलों की मदद से टावरों पर लटकाया जाता है। इस प्रकिया से हल्के व भारी वाहनों में झटके कम लगते है, कंपन नहीं होता है और शोर भी कम होता है।
पॉलिटेक्निक से चिनहट तक लगेगा जाम
मटियारी फ्लाईओवर से अभी तक लोग सीधे निकल जाते थे और बाराबंकी की ओर से आसानी से आ जाते थे। अब समस्या रहेगी, जाते वक्त वाहन फ्लाईओवर के नीचे से गुजरेंगे। स्थानीय लोग पहले से ही सर्विस लेन का प्रयोग करते हैं। ऐसे में यह सर्विस रोड सकरी हो जाएगी और यातायात पुलिस को भी एक माह तक ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।
अन्यथा जाम हाई कोर्ट से होते हुए पॉलिटेक्निक चौराहे तक लगना तय है। इसका खामियाजा देवा रोड और चिनहट से आने वाले ट्रैफिक को भी करना होगा। वहीं महाकुंभ के कारण अयोध्या जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है।

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