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    उत्तर प्रदेश के ITI संस्थानों में 64 हजार से ज्यादा सीटें खाली, तीसरे चरण की काउंसलिंग 31 जुलाई से

    Updated: Tue, 29 Jul 2025 11:08 PM (IST)

    लखनऊ के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में अभी तक केवल 52.25% सीटें ही भरी जा सकी हैं। खाली सीटों को भरने के लिए तीसरे चरण की काउंसलिंग 31 जुलाई से शुरू होगी। कुछ जिलों में प्रवेश बेहतर रहा है। प्रवेश बढ़ाने के लिए विभाग कई कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। जो आईटीआई 80% सीटें भर लेंगे उनके प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया जाएगा।

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    आइटीआइ में 64 हजार से अधिक सीटें खाली, तीसरे चरण की काउंसिलिंग 31 जुलाई से।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में अब तक सिर्फ 52.25 प्रतिशत सीटें ही भर पाई हैं। 1,35,447 कुल सीटों में से अभी तक केवल 70,781 सीटों पर ही दाखिले हुए हैं। 64,666 सीटों पर प्रवेश होना शेष है।

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    इन सीटों पर प्रवेश के लिए तीसरे चरण की काउंसलिंग 31 जुलाई से शुरू होगी, जो पांच अगस्त तक चलेगी। इसमें करीब 25 हजार ट्रेडों में प्रवेश का मौका मिलेगा।

    राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के अधिशासी निदेशक अभिषेक सिंह ने बताया कि निजी आइटीआइ में भी अब तक 30,427 छात्र दाखिला ले चुके हैं। निजी संस्थानों में फीस पहले जैसी ही रहेगी, सरकार ने 28 जुलाई को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

    प्रदेश के कुछ जिलों में राजकीय आइटीआइ में प्रवेश बेहतर रहा है। बुलंदशहर, पीलीभीत, रायबरेली, प्रयागराज, बरेली, लखीमपुर-खीरी और फर्रुखाबाद ऐसे जिले हैं जहां 60 प्रतिशत से ज्यादा सीटें भर गई हैं। 28 जिलों में सीट भराव 30 से 50 प्रतिशत के बीच रहा है।

    जिन ट्रेडों में कम छात्र आए हैं, उन्हें लोकप्रिय ट्रेडों से जोड़ने की योजना है। प्रमुख सचिव डा. हरि ओम ने बताया कि दाखिला बढ़ाने के लिए विभाग ने इंडस्ट्री मीट, कौशल मेला, रोजगार मेला और सीएक्सओ मीट जैसे आयोजन कराए। जो राजकीय आइटीआइ तीसरे चरण तक 80 प्रतिशत सीटें भर लेंगे, उनके प्रधानाचार्यों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।

    निजी आइटीआइ संस्थानों से भी लगातार संवाद किया जा रहा है ताकि छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण माहौल मिल सके। विभाग को उम्मीद है कि तीसरे और चौथे चरण में दाखिलों की रफ्तार तेज होगी। पारदर्शी प्रक्रिया और लगातार प्रयासों के चलते अभ्यर्थियों का रुझान बढ़ा है।