UP Flood: बाढ़ से 17 जिलों के 694 गांव जलमग्न, एक मंजिला घर तक भरा पानी; खाना-दवाएं तक बांटी जा रही
लखनऊ में बाढ़ का दायरा बढ़ रहा है जिससे 17 जिलों के कई गांव प्रभावित हैं। प्रशासन 116403 लोगों को राहत पहुंचा रहा है और जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहा है। मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। प्रभावित क्षेत्रों में भोजन दवाएं और अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश में बाढ़ का दायरा बढ़ता जा रहा है। बीते 24 घंटे में 17 जिलों की 40 तहसीलों के 694 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। कुल 11,386 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित है। इन क्षेत्रों के अब तक 1,16,403 लोगों को राहत पहुंचाई गई है।
4,682 मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया है। बाढ़ की चपेट में आकर 373 लोगों के मकानों को नुकसान पहुंचा है। इनमें से 356 लोगों को सहायता राशि दी गई है। अब तक 25,586 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में तेजी लाने, पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश के बाद अतिसंवेदनशील और संवेदनशील जिलों में अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं।
बाढ़ के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश के 57 जिलों में एनडीआरएफ की 14, एसडीआरएफ की 15 और पीएसी की 48 टीमों को तैनात किया गया है। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में 738 नावों और मोटरबोट की सहायता से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
इन इलाकों में अब तक 9,467 खाद्यान्न पैकेट और 1,18,769 लंच पैकेट बांटे गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 39 लंगरों से पीड़ितों को भोजन की सुविधा दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि मवेशियों के लिए 2,234 कुंटल भूसा बांटा गया है। संक्रामक रोगों से बचाव के लिए 1,57,168 क्लोरीन टेबलेट और 1,21,476 ओआरएस पैकेट भी बांटे गए हैं। जिससे जलजनित बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सके।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बने 924 बाढ़ शरणालय में 18,772 लोग अस्थायी रूप से रह रहे हैं। 778 मेडिकल इन लोगों की जांच कर रहे हैं। 1,193 बाढ़ चौकियों के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है।
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