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    Lucknow Family Suicide Case शोभित को ससुराल वालों से मिलनी थी रकम, मिल गया था धोखा

    Updated: Mon, 30 Jun 2025 04:10 PM (IST)

    Family Suicide Case in Lucknow शोभित के साथी दुकानदार अनुराग गुप्ता ने बताया कि वह बहुत अच्छे व्यक्ति थे लेकिन बीते कुछ दिनों से बैंक के लोन को लेकर परेशान थे। उन्होंने तीन बैंकों से कर्ज लिया था और रोजाना रिकवरी एजेंट और बैंक के लोग उन्हें परेशान कर रहे थे।

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    ससुराल वालों से शोभित को मिलनी थी रकम, मिल गया था धोखा

    जागरण संवाददाता, लखनऊ : शोभित रस्तोगी के पास आर्थिक तंगी नहीं थी, लेकिन उन्होंने तीन बैंकों से लगभग 30 से 35 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसे उन्होंने ससुराल वालों की मदद से निवेश किया था। इससे होने वाला फायदा 30 जून को मिलना था, लेकिन जब वह रकम नहीं मिली, तो शोभित तनाव में आ गए।

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    पड़ोसी और साथी दुकानदारों के अनुसार, यह तनाव ही आत्महत्या का संभावित कारण हो सकता है। पुलिस फिलहाल सभी पहलुओं पर जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के सही कारणों का पता लगाया जा सके। शोभित के साथी दुकानदार अनुराग गुप्ता ने बताया कि वह बहुत अच्छे व्यक्ति थे, लेकिन बीते कुछ दिनों से बैंक के लोन को लेकर परेशान थे। उन्होंने तीन बैंकों से कर्ज लिया था और रोजाना रिकवरी एजेंट और बैंक के लोग उन्हें परेशान कर रहे थे।

    अनुराग ने बताया कि शोभित ने उनसे कहा था कि उनकी ससुराल में जमीन बिकने वाली है और उससे रकम मिलने वाली है। जमीन बिक भी गई थी और रजिस्ट्री हो गई थी, लेकिन 30 जून को रुपये ट्रांसफर नहीं हो पाए थे, जिससे वह परेशान थे। वहीं, शोभित की भाभी तृप्ति ने बताया कि न तो शोभित ने और न ही उनकी पत्नी सुचिता ने कभी कोई परेशानी बताई।

    बुधवार को सुचिता से फोन पर बात हुई थी और वह भीमशाह दर्शन के लिए जाने की बात कर रही थीं। तृप्ति ने कहा कि अगर उन्हें कोई परेशानी होती तो वे उनसे जरूर बताते। सोमवार सुबह सुसाइड की खबर सुनकर दुकान में काम करने वाले वर्कर्स भी घर आए थे और उन्होंने भी कहा कि शोभित कल भी दुकान में अच्छे से बात कर रहे थे, उनके दिमाग में क्या चल रहा था, कुछ समझ में नहीं आ रहा है।

    बैंक वाले घर आकर बना रहे थे दबाव

    पड़ोसियों ने बताया कि लोन लेने के बाद कुछ किस्त नहीं दे पाया था। जिसके कारण बैंक वाले रोजाना फोन कर दबाव बना रहे थे। कुछ बैंक वाले तो घर आकर दबाव बनाने लगे थे। कई बार उनको लौटाया गया, लेकिन वह लोग रोजाना आते थे। शोभित बहुत सीधे थे, इस बात से बहुत परेशान थे।

    पड़ोसियों ने बताया कि अयोध्या दर्शन करके लौटे

    कारोबारी के पड़ोसियों ने बताया कि शोभित रस्तोगी कभी तनाव में भी नहीं दिखे। जब भी मिलते तो नमस्कार, दुआ-सलाम जरूर होती थी। पड़ोसियों ने कहा कि भरोसा नहीं हो रहा है कि शोभित ऐसा कदम उठा लेगा। पास में रहने वाली चाची ने बताया कि अभी कुछ दिनों पहले अयोध्या से दर्शन करके लौटे थे। ऐसा कुछ करेगें पता नहीं था। बहू निकलती थी, तो हमेश हंसकर बात करना और हालचाल लेती थी।