UPPCL: प्रीपेड स्मार्ट मीटर के साथ ही मिलेगा नया बिजली कनेक्शन, पावर कारपोरेशन अध्यक्ष ने दिए ये निर्देश
लखनऊ में अब कृषि उपभोक्ताओं को छोड़कर अन्य सभी को बिजली कनेक्शन प्रीपेड स्मार्ट मीटर के साथ ही मिलेगा। पावर कारपोरेशन ने इसके लिए समर्पित टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं ताकि तय समय में कनेक्शन सुनिश्चित हो सके। हालांकि उपभोक्ता परिषद ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर की अनिवार्यता को विद्युत अधिनियम का उल्लंघन बताया है क्योंकि स्मार्ट मीटर की लागत पहले से काफी अधिक है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। तमाम विरोध के बावजूद बिजली कनेक्शन (कृषि उपभोक्ताओं को छोड़कर) प्रीपेड स्मार्ट मीटर के साथ ही मिलेगा। कनेक्शन देने में किसी तरह की हीला-हवाली न हो इसके लिए पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने विद्युत वितरण निगमों के प्रबंध निदेशकों को अब समर्पित टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं। तय अवधि में नया कनेक्शन देने के लिए निगमों के मुख्य अभियंता (वितरण) को प्रतिदिन व निदेशक (वाणिज्य) को साप्ताहिक समीक्षा भी करने के लिए कहा गया है।
वैसे तो 10 सितंबर को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का जिक्र करते हुए पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए गए थे कि जहां भी स्मार्ट मीटर स्थापित किये जाने हैं वहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर ही लगाए जाएं। मीटर खराब होने या भार बढ़ाने के मामले में भी प्रीपेड स्मार्ट मीटर ही लगाए जाएं। इस आदेश के बाद कई जगह नए कनेक्शऩ के लिए आवेदन करने वालों को तय अवधि में कनेक्शन नहीं मिल पा रहे थे।
ऐसे में सोमवार को अध्यक्ष डॉ. गोयल ने आदेश जारी करते हुए प्रीपेड मोड पर स्मार्ट मीटर के साथ तय़ अवधि में कनेक्शन सुनिश्चित करने के लिए टीमें गठित करने के निर्देश दिए। प्रबंध निदेशकों से कहा गया है कि नये कनेक्शन देने की मानीटरिंग प्रतिदिन मुख्य अभियंता(वितरण) और सप्ताह में निदेशक(वाणिज्य) करें। कारपोरेशन प्रबंधन चाहता है कि दीपावली से पहले सभी आवेदकों को बिजली का कनेक्शन मिल जाए।
हालांकि, स्मार्ट प्रीपेड मीटर के माध्यम से ही नये कनेक्शन की अनिवार्यता पर सवाल उठाते हुए उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा कहना है कि यह विद्युत अधिनियम-2003 का उल्लंघन है। वर्मा ने कहा कि बिना किसी बाधा के नया कनेक्शन पूर्व की भांति सस्ती दरों पर दिया जाए। उल्लेखनीय है कि नये कनेक्शन के लिए आवेदक को अब लगभग छह हजार रुपये तो स्मार्ट मीटर के लिए देना पड़ रहा है जबकि पहले लगाए जा रहे मीटर के लिए लगभग 900 रुपये ही देने पड़ते थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।