Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Lucknow Cylinder Blast: लखनऊ में गैस गोदाम में फटा सिलेंडर, छह से अधिक लोग घायल

    Updated: Fri, 06 Dec 2024 08:48 PM (IST)

    Lucknow Cylinder Blast लखनऊ के एक गैस गोदाम में वेल्डिंग के दौरान सिलेंडर फटने से छह से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे में गोदाम में भीषण आग लग गई जिसे बुझाने के लिए दमकल कर्मी मौके पर मौजूद हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है यह हादसा गैस गोदाम में वेल्डिंग के दौरान हुआ है।

    Hero Image
    लखनऊ में गैस गोदाम में फटा सिलेंडर, छह से अधिक लोग घायल

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। दुबग्गा के मुर्दापुर ग्रीन सिटी में शुक्रवार शाम घर के अंदर हो रही अवैध रीफिलिंग के दौरान एलपीजी सिलिंडर में ब्लास्ट से अफरा-तफरी मच गई। पड़ोसियों के मकान में दरार आ गई। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हादसे में बच्चे समेत छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने आनन फानन अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज चल रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया और मौक से 96 घरेलू सिलिंडर बरामद किए हैं। उधर, ब्लास्ट के बाद से मकान मालिक अशोक गुप्ता मौके से फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है। दुबग्गा के मुर्दापुर स्थित ग्रीन सिटी में अशोक गुप्ता परिवार के साथ रहता है। मकान में पिछले कई महीनों से एलपीजी सिलिंडर से गैस कटिंग(रीफिलिंग) का रैकेट चला रहा था। जिसकी जानकारी आपूर्ति विभाग समेत किसी विभाग को नहीं थी। रोजाना की तरह शुक्रवार शाम को धड्डले से अवैध रीफिलिंग का काम चल रहा था। तभी एक सिलिंडर में लीकेज हो गया। देखते ही देखते ही आग लग गई। जब तक कोई कुछ कर पाता ब्लास्ट हो गया। धमाके से पूरे इलाके में दहशत फैल गई।

    लोग घरों को छोड़कर बाहर भागे। पड़ोस के घरों में दरारे आ गई। जिससे घर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आननफानन आग पर काबू पाया और घरों से करीब 96 से ज्यादा एलपीजी सिलिंडर बरामद किए हैं। हादसे में घर के सामने खेल रहे पांच वर्षीय दीशान, सात आयशा, मोहित गुप्ता, शोभित गुप्ता, सोमनाथ और रंजीत घायल हुए हैं।

    इस मामले में डीसीपी पश्चिमी डा. ओमवीर सिंह ने बताया कि घटना पर काबू पा लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

    कई महीनो से चल रहा थै रैकेट

    ग्रामीणों ने बताया कि कई महीनों से अशोक गुप्ता आबादी के बीच रैकेट चला रहा था। रोजाना दर्जनों सिलिंडर का आवागमन था। जिसकी भनक आपूर्ति विभाग, दमकल, स्थानीय पुलिस को तक को नहीं लगी। हालात यह थे कि अगर समय से दमकल विभाग आग पर काबू न पाती तो दर्जनों लोगों की जान सकती थी। अब सभी विभाग खानापूर्ति करने में जुट गए हैं।

    अशोक की तलाश में लगी टीम

    रैकेट चलने की जानकारी होने पर अब पुलिस की टीम उसे तलाश करने में जुटी है।जबकि ग्रामीणों को कहना है कि मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को थी। बावजूद इसके ध्यान तक नहीं दिया गया। अब घटना के बाद मामले को दबाने में जुटे हैं।