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    Lucknow News: भातखंडे में 3.31 करोड़ की धांधली में दो कर्मचारी समेत सात गिरफ्तार, पूर्व कुलपित समेत अन्य पाए गए थे दोषी

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 09:38 AM (IST)

    लखनऊ के भातखंडे संगीत संस्थान में 3.31 करोड़ रुपये के घोटाले में सीआईडी ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें विश्वविद्यालय के अधिकारी और फर्म संचालक शामिल हैं। बिना टेंडर के कार्यों का आवंटन करने और धांधली करने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

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    भातखंडे में 3.31 करोड़ की धांधली में दो कर्मचारी समेत सात गिरफ्तार।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ के भातखंडे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय में हुए 3.31 करोड़ रुपये के घोटाले में सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें भातखंडे विश्वविद्यालय में कार्यों के आवंटन के लिए गठित कमेटी के आहरण वितरण अधिकारी ज्ञानेंद्र दत्त वाजपेयी व सदस्य मनोज कुमार मिश्रा भी शामिल हैं। जबकि पांच फर्म संचालक हैं। आरोपितों को कैसरबाग कोतवाली में दर्ज मुकदमे के तहत कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

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    शासन ने मामले की जांच सीआइडी को सौंपी थी। सीआईडी की जांच में नियम विरुद्ध बिना टेंडर के कार्याें का आवंटन कर धांधली किए जाने के तथ्य सामने आए थे। जांच में भातखंडे विश्वविद्यालय की तत्कालीन कुलपति प्रो.श्रुति संडोलीकर समेत छह कर्मचारी व 11 फर्मों के संचालक दोषी पाए गए थे। मामले में पहले राज्यपाल के निर्देश पर गठित कमेटी ने भी जांच की थी।

    जांच में आर्थिक अनियमितता सामने आने पर पांच मार्च, 2021 को लखनऊ की कैसरबाग कोतवाली में गबन, धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। बाद में शासन ने इसकी जांच सीआइडी काे सौंप दी थी। सीआइडी ने मामले में साक्ष्य जुटाने के साथ ही आरोपितों के बयान भी दर्ज किए थे।

    सीआईडी ने आरोपित ज्ञानेंद्र दत्त व मनोज कुमार मिश्रा के अलावा फर्म संचालक मु.शोएब, कुंदन सिंह, सुरेश सिंह, विनोद कुमार मिश्रा व जुगल किशोर वर्मा को मंगलवार को गिरफ्तार किया था, जिन्हें बुधवार को जेल भेज दिया गया। सीआइडी की जांच में मेसर्स अंजली ट्रेडर्स, मेसर्स पुण्य इंटरप्राइजेज, मेसर्स ऊषा एसोसिएट्स, भागीदारी इंडियन फायर सर्विस इंटरप्राइजेज, सांई कृपा ट्रेडिंग कारपोरेशन, एक्यूरेट इंजीनियरिंग, एपेक्स कूलिंग सर्विस, शर्मा रेफ्रिजरेशन, विशाल बिल्डर, एचए ट्रेडर्स वर्मा व बीआर इंटरप्राइजेज के संचालकों की भूमिका भी सामने आई थी।

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