Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    LDA की ड्रिल मशीनों ने छलनी की लखनऊ के होटल विराट की छत, गिराईं दीवारें

    By Divyansh RastogiEdited By:
    Updated: Wed, 13 Jan 2021 04:17 PM (IST)

    LDA Action लखनऊ में लविप्रा ने होटल विराट को गिराने की कार्रवाई की। चौथी मंजिल पर लगाए गए एक दर्जन से अधिक मजदूर लविप्रा ने ड्रिल मशीनों से छतों में किए छेद। प्रवर्तन अभियंताओं बोले होटल विराट को गिराने में बढ़ाया जाएगा स्टाफ।

    Hero Image
    LDA Action: लखनऊ में लविप्रा ने होटल विराट को गिराने की कार्रवाई की।

    लखनऊ, जेएनएन। LDA Action: राजधानी लखनऊ स्‍थ‍ित चारबाग अग्निकांड में दोषियों पर कार्रवाई भले ही अब तक लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) न कर पाया हो, लेकिन होटल विराट को गिराने की कार्रवाई जरूर तेज कर दी है। एक दिन पहले से होटल को मालिक द्वारा स्वयं तोड़ा जा रहा था। अब लविप्रा ने अपने एक दर्जन मजदूरों को भेजकर होटल की चौथी मंजिल की छत हथौड़ों व ड्रिल मशीन से तुड़वा दी। साथ ही दीवारों को भी गिरा दिया गया। लविप्रा विराट होटल के बगल में होटल एसएसजे इंटरनेशनल होने के कारण पोकलैंड व बुलडोजर की मदद नहीं ले रहा है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रवर्तन अभियंताओं ने बताया कि होटल विराट को गिराने में बुधवार से स्टाफ बढ़ाया जाएगा। इसके लिए अवर अभियंता भारत पांडेय को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, हर तल पर ड्रिल मशीनें लगाई जाएंगी। इससे छतें तोडऩे के साथ ही दीवारों व कमरे तोड़े जाएंगे। अधिशासी अभियंता (प्रवर्तन) कमलजीत सिंह ने बताया कि पिलर पर लोड कम करने के लिए ऐसा किया जाएगा। अन्यथा पिलर टूटने पर पूरी बिल्डिंग धराशायी हो जाएगी। साथ ही लोग भी घायल हो सकते हैं। 

    दस करोड़ की इमारत को पांच लाख में किया वैध: होटल एसएसजे इंटरनेशनल की दस करोड़ की बिल्डिंग को लविप्रा ने पांच लाख रुपये का मानचित्र शुल्क जमा कराकर वैध कर दिया। 25 अगस्त 2020 तक जो इमारत अवैध थी उसका वर्ष 2020 में आई शमन नीति में आवासीय परिसर के लिए नक्शा पास कर दिया गया। नक्शे में चौथी मंजिल का जो तीन फीट हिस्सा अवैध था, उसे एसएसजे इंटरनेशनल होटल के मालिक द्वारा स्वयं गिराया जा रहा है। लविप्रा ने इसे गिराने के लिए 14 जनवरी की तिथि तय की है।

    यह था मामला : 19 जून 2018 को होटल विराट और एसएसजे इंटरनेशनल में आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई थी। जांच में बिजली के चार अभियंताओं को मध्यांचल के पूर्व एमडी संजय गोयल द्वारा पहले ही निलंबित किया जा चुका है।