Lucknow News: 40 साल बाद भी नहीं मिला कब्जा, एलडीए ने बिना अधिग्रहण के बेच दिए भूखंड
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने बसंतकुंज योजना में बिना कब्जा लिए 272 भूखंडों का आवंटन कर दिया। आवंटियों के धन जमा करने के बावजूद उन्हें रजिस्ट्री और कब्जा नहीं मिल पा रहा है। एलडीए ने आवंटन रद्द कर दिया था लेकिन बाद में मंडलायुक्त के हस्तक्षेप के बाद आदेश वापस ले लिया गया। कब्जा लेने गई टीम को विरोध और पुलिस बल की कमी के कारण वापस लौटना पड़ा।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। बसंतकुंज योजना सेक्टर एक की भूमि का एलडीए ने 1981-83 के बीच अधिग्रहण किया लेकिन, 40 बरस तक उस पर कब्जा नहीं किया। बिना कब्जा लिए ही 2022 में भूखंड बिक्री के लिए पंजीकरण खोला, 14 मार्च 2023 को लाटरी हुई व सफल रहने वाले 272 को भूखंड का आवंटन हुआ। एलडीए में अब तक कब्जा नहीं ले सका है, आवंटी परेशान हैँ।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जिन भूखंडों का ठसक के साथ आवंटन किया उसका अधिग्रहण तक नहीं किया था। दो साल में आवंटियाें ने धन जमा कर दिया लेकिन, रजिस्ट्री व कब्जा लेने को दौड़ रहे हैं। ताज्जुब यह है कि आवंटियों ने भूमि का कब्जा मांगा तो एलडीए ने दो अप्रैल को आवंटन निरस्त कर दिया।
मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब ने इसका संज्ञान लिया, तब एलडीए ने निरस्त आदेश वापस लिया और मामले की जांच कराई। अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने रिपोर्ट दिया कि भूमि पर एलडीए कब्जा लेकर आवंटियों को सौंप दे। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने 26 मई को भूमि पर कब्जा लेने टीम भेजा।
भू-अर्जन अधिकारी विपिन शिवहरे, जोनल अधिकारी अतुल कृष्ण व अधिशासी अभियंता संजीव कुमार गुप्ता की अगुवाई में टीम दुबग्गा कोतवाली पहुंची। किसान नेताओं व व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ उनकी वार्ता हुई, इसमें कहा गया कि जो भूमि अधिग्रहीत की जानी है उसमें आबादी भी है, ट्यूबवेल सहित अन्य संसाधन है।
इसका कब्जा लेना ठीक नहीं है। थाने से पुलिस बल भी नहीं मिल सका। एलडीए की टीम बिना कार्रवाई के वापस लौट आई। उसके बाद से तारीख पर तारीख मिल रही है। राजधानी में 272 परिवारों के लिए पुलिस बल न मिल पाना चौंकाता है।
दिसंबर 2024 में ही सेक्टर एक की भूमि का शिव सर्वेयर से सर्वे भी कराया गया था, उसमें भी समस्या सामने नहीं आ सकी। एलडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया, भूमि पर कब्जा लेना ही एकमात्र विकल्प है, यह भूमि जल्द ही हासिल हो जाएगी, अभी मोहर्रम की वजह से सुरक्षा बल मिलने में समस्या है। इसी माह भूमि पर कब्जा हो जाएगा।
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