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    Lucknow News: पूर्व एसडीएम की पत्नी की जमीन पर किया कब्जा, तीन आरोपी गिरफ्तार

    Updated: Sun, 25 May 2025 03:29 PM (IST)

    लखनऊ के बिजनौर थाने की पुलिस ने पूर्व एसडीएम की पत्नी योगिता वर्मा की जमीन पर धोखाधड़ी से कब्जा करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। दीपक पाल ने मालती पटेल को योगिता वर्मा बनाकर जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। आरोपियों ने जमीन को नीरज शुक्ला को बेचा था। पूछताछ में जुर्म स्वीकार करने पर उन्हें जेल भेज दिया गया है।

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    पूर्व एसडीएम की पत्नी की जमीन पर कब्जा करने वाले तीन गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। पूर्व एसडीएम की पत्नी योगिता वर्मा की जमीन पर धोखाधड़ी कर कब्जा करने वाले तीन लोगों को बिजनौर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। पूछताछ में गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी तलाश में पुलिस विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही है।

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    बिजनौर थाने के इंस्पेक्टर अरविंद राणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित पिपरसंड के पालखेड़ा निवासी दीपक पाल, बंथरा के पडियाना निवासी सोनू कुमार और बंथर के अमावां निवासी मालती पटेल है। इंस्पेक्टर ने बताया कि देहरादून निवासी पूर्व एसडीएम मनोज कुमार की पत्नी योगिता वर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में पाया गया कि दीपक पाल ने मालती पटेल को रजिस्ट्री के लिए योगिता वर्मा बनाकर खड़ा किया था।

    गवाही में शैलेंद्र कुमार अपने साथी के साथ खड़े हुए थे। फिर जमीन को परवर पूरब निवासी नीरज शुक्ला को बेच दी थी। जांच के दौरान दीपक पाल और मालती पटेल को दस्तावेज उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया था। कई दिनों का वक्त दिया गया, लेकिन सभी जालसाजों ने टालमटोल किया।फिर हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई, तो जुर्म स्वीकार कर लिया।

    पूछताछ में बताया कि जमीन के बारे में पता किया, तो मालिक मृत हो चुके थे। इस लिए कब्जा करने का प्रयास किया था। यह नहीं पता था कि उनकी पत्नी ने दावेदारी कर रखी है। इंस्पेक्टर ने बताया कि अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

    यह था पूरा मामला: उत्तराखंड के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी मनोज कुमार की पत्नी योगिता देवी ने वर्ष 2007 में सरोजनीनगर तहसील के परवर पूरब गांव में एक बीघा जमीन खरीदी थी। वर्ष 2014 में बीमारी के चलते मनोज का निधन हो गया। ऐसे में देहरादून में रहते हुए केयर टेकर से ही उनको यहां की जमीन के बारे में पता चला करता था।

    एक फरवरी 2024 को कानपुर रोड पिपरसंड निवासी दीपक पाल ने उनकी जमीन अपने नाम करा ली है। इसके बाद 24 अक्टूबर को दीपक पाल ने परवर पूरब गांव के नीरज शुक्ला के नाम यह जमीन कर दी और बिना किसी देरी के इसी दिन ही यानी 24 अक्टूबर को ही जमीन जालिम खेड़ा निवास रतीश कुमार के नाम कर दी गई थी।