माही भाई की तरह 'कैप्टन कूल' हैं केएल राहुल, लखनऊ सुपर जायंट्स के दिग्गज स्पिनर अमित मिश्रा ने दैनिक जागरण के साथ साझा किए अनुभव
लखनऊ सुपर जायंट्स के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा आईपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में चौथे नंबर पर हैं। वह उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पहले सत्र से ही आईपीएल का हिस्सा रहे हैं। मिश्रा का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की तरह केएल राहुल कैप्टन कूल हैं। केएल में काफी बदलाव आए हैं और वह अब परिपक्व कप्तान के तौर पर नेतृत्व कर रहे हैं।
लखनऊ। लखनऊ सुपर जायंट्स के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा आईपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में चौथे नंबर पर हैं। वह उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पहले सत्र से ही आईपीएल का हिस्सा रहे हैं।
41 साल के मिश्रा का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की तरह केएल राहुल ''कैप्टन कूल'' हैं। केएल में काफी बदलाव आए हैं और वह अब परिपक्व कप्तान के तौर पर नेतृत्व कर रहे हैं। अपनी टीम और टूर्नामेंट के तमाम मुद्दों पर विकास मिश्र ने अमित मिश्रा से खास बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:
सवाल: आप दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत के साथ भी खेल चुके हैं। अभी केएल राहुल के नेतृत्व में खेल रहे हैं। युवा कप्तान की अगुवाई में खेलने का क्या फायदा होता है और उसमें सीनियर खिलाड़ियों की जिम्मेदारी कितनी बढ़ जाती है?
जूनियर खिलाड़ी जब कप्तान बनते हैं तो सीनियर खिलाड़ी के लिए सबसे अच्छी बात यह होती है कि वह आपसे आपकी गेंदबाजी के बारे में पूछते हैं कि आप क्या करना चाहते हैं या आपको लगता है कि कुछ सही नहीं हो रहा है या कुछ बदलाव करना चाहते हैं तो आप सीधे उन्हें सुझाव भी दे सकते हैं। खास बात यह है कि कप्तान उस बात को ठीक से सुनते हैं। उस पर अमल करना या ना करना परिस्थिति पर निर्भर करता है।
सवाल: भारतीय टीम हो या आईपीएल आप कई कप्तानों के नेतृत्व में खेल चुके हैं। किसे सर्वश्रेष्ठ कप्तान मानते हैं?
मैं वनडे में सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में खेल चुका हूं। तीनों का अलग अंदाज था और सबने देश का मान बढ़ाया। दादा के समय से टीम ने लड़ना सीखा। अगर सर्वश्रेष्ठ कप्तान की बात आती है तो मेरी नजर में माही भाई नंबर-वन हैं। बड़े मैचों के रिकॉर्ड पर गौर करें तो आप देखेंगे कि धोनी कभी परेशान नहीं होते थे। उन्होंने हमेशा धैर्य का परिचय दिया। राहुल भी कैप्टन कूल की राह पर हैं।
सवाल: लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए दोनों सत्र बढ़िया रहा, लेकिन टीम फाइनल तक नहीं पहुंच सकी। इस बार एंडी फ्लावर की जगह जस्टिन लैंगर टीम के कोच हैं। पहली बार खिताब जीतने के लिए टीम प्रबंधन ने कोई रणनीति बनाई है?
इसमें कोई शक नहीं है कि लखनऊ सुपरजायंट्स लीग के मजबूत टीमों में से एक है। पिछले दोनों सत्र में टीम ने बहुत अच्छी क्रिकेट खेली, दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि हम फाइनल तक नहीं पहुंच सके। निश्चित तौर पर जस्टिन लेंगर बड़े क्रिकेटर के साथ शानदार कोच भी हैं। उनकी नजर टीम के प्रत्येक खिलाड़ी पर रहती है। जीत हो या हार प्रत्येक मैच के बाद सभी को प्रोत्साहित करते हैं और अगले मैच की तैयारी पर बात करते हैं। यही वजह है कि सभी आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। हम इस बार खिताब के प्रबल दावेदार हैं।
सवाल: आपकी टीम में सीनियर और जूनियर का अच्छा संयोजन हैं। इस संयोजन को कैसे देखते हैं और आपकी टीम के लिए कैसा मौका है?
सबसे अच्छी बात तो यह है कि हमारी टीम के पास सबसे अच्छा संयोजन है। युवा खिलाड़ी बहुत अच्छे हैं। हम अपने जूनियरों का मनोबल बढ़ाते हैं और उन्हें सिखाना चाहते हैं। ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत अच्छा है, क्योंकि हम परिवार की तरह रहते हैं।
सवालः स्पिनरों के लिए आईपीएल में खुद को साबित करना कितना चुनौती है, क्योंकि बल्लेबाज सिर्फ मारने के इरादे से आते हैं?
एक गेंदबाज, खासकर स्पिनर को हर बार अपनी गेंदबाजी में कुछ बदलाव करने पड़ते हैं। मैं हमेशा इसे लेकर उत्सुक रहता हूं कि कब क्या करना है। इसका काफी फायदा भी मिलता है। एक स्पिनर अगर ऐसा नहीं करेगा तो बल्लेबाज उसपर आसानी से हावी हो जाएगा।