लव जिहाद मामले में जांच समिति NMO के बयान करेगी दर्ज, KGMU में कट्टरपंथ की जांच की एक सप्ताह में देनी है जांच रिपोर्ट
केजीएमयू में लव जिहाद के आरोपों की जांच कर रही समिति ने राष्ट्रीय चिकित्सा संगठन (एनएमओ) को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। पैथोलॉजी विभाग में महिला ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में लव जिहाद के मामले में आरोपों की जांच के लिए गठित समिति ने राष्ट्रीय चिकित्सा संगठन (एनएमओ) को पत्र लिखा है। समिति ने एनएमओ के प्रतिनिधियों को बयान देने के लिए बुलाया है। मामले की जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद को सौंपनी है।
केजीएमयू के पैथोलाजी विभाग में लव जिहाद से संबंधित खबरों का केजीएमयू प्रशासन ने संज्ञान लेकर गत 24 दिसंबर को राष्ट्रीय चिकित्सा संगठन (एनएमओ) के साथ बैठक की थी, जिसमें में इसी मुद्दे को उठाया गया था।
पैथोलाजी विभाग पर महिला जूनियर रेजिडेंट द्वारा आत्महत्या के प्रयास की सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन को देने में देरी का आरोप लगाया गया था। कुलपति ने मीडिया रिपोर्टों और एनएमओ के आरोपों को ध्यान में रखते हुए तथ्यों का पता लगाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सर्जरी विभाग के प्रो. केके सिंह की अध्यक्षता में तथ्य जांच समिति का गठन किया था।
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समिति में चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सुरेश कुमार, प्राक्टर डा. आरएएस कुशवाहा व आपातकालीन चिकित्सा विभाग के प्रो. हैदर अब्बास को सदस्य, मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. सुमित रुंगटा सदस्य सचिव नामित हैं। शुक्रवार को अस्पताल के समिति कक्ष में बैठक जांच कमेटी की बुलाई गई गई थी, जिसमें अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारी शामिल थे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आरोपों के बारे में एनएमओ लिखित में देगा, लेकिन अभी तक कुछ मिला नहीं। ऐसे में एनएमओ के प्रतिनिधि से समिति के समक्ष अपने बयान दर्ज कराएं। समिति ने कहा कि एनएमओ के प्रतिनिधि अपनी सुविधानुसार तिथि और समय बता सकते हैं, ताकि बैठक उसी समय की जा सके।

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