KGBV में अब नहीं चलेगी लापरवाही, हर स्कूल पर रहेगी पैनी नजर; पढ़ाई की गुणवत्ता की जांच करेगी टास्क फोर्स
Kasturba Gandhi Vidyalaya | उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में शिक्षा की गुणवत्ता की जांच अब टास्क फोर्स करेगी। मंडलीय और जिला स्तर के शिक्षाधिकारी कक्षाओं में पढ़ाई पाठ्यक्रम की समझ और सुविधाओं की जांच करेंगे। केजीबीवी में पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार के लिए रिपोर्ट के आधार पर कदम उठाए जाएंगे। प्रदेश में 746 केजीबीवी संचालित हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में पढ़ाई की गुणवत्ता की जांच अब टास्क फोर्स करेगी। कक्षाओं में शिक्षक ढंग से पढ़ा रहे हैं या नहीं। पाठ्यक्रम छात्राओं को बेहतर ढंग से समझ में आ रहा है या नहीं।
मंडलीय व जिला स्तर के शिक्षाधिकारी इन सब बिंदुओं पर जांच करेंगे। वह विद्यालय में दी जा रही सुविधाओं पर भी अपनी रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। प्रदेश में 746 केजीबीवी का संचालन किया जा रहा है।
समय-समय पर जांच कराई जाएगी
उप शिक्षा निदेशक (समग्र शिक्षा) डॉ. मुकेश कुमार सिंह का कहना है कि समय-समय पर जांच कराकर सुधार के लिए उठाए जा रहे हैं। पिछड़े ब्लाकों में छात्राओं को मुफ्त आवासीय सुविधा दी जा रही हैं। अभी तक 388 केजीबीवी को इंटरमीडिएट तक उच्चीकृत किया जा चुका है। बाकी में कक्षा आठ तक की पढ़ाई कराई जा रही है।
विद्यालयों में तैनात शिक्षक और वार्डेन अपने उत्तरादायित्व का ढंग से पालन कर रही हैं या नहीं इसके लिए इस महीने के अंत या फिर अगले महीने के पहले हफ्ते में टास्क फोर्स जांच शुरू करेगी। प्रत्येक विषय के शिक्षक ने अप्रैल में कितना कोर्स पढ़ाया और छात्राओं को कोर्स समझ में आ रहा है या नहीं? इन सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
विद्यालयों के हॉस्टलों में उन्हें अच्छा भोजन और रहने की सुविधा मिल रही है या नहीं इसका भी मौके पर अधिकारी सत्यापन करेंगे।
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