Atiq-Ashraf killing: कौन हैं वो 2 पूर्व जज और IPS अधिकारी जिनको सौंपी गई डॉन ब्रदर्स हत्याकांड मामले की जांच
Atiq-Ashraf killing मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने न्यायिक आयोग गठित किया है जो पूरे घटनाक्रम की जांच करेगा। इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी (द्वितीय) की अगुवाई में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग दो माह में जांच पूरी कर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ: Atiq-Ashraf killing- प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में अतीक व अशरफ की गोली मारकर हत्या की घटना के बाद तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग गठित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने न्यायिक आयोग गठित किया है, जो प्रयागराज में हुए पूरे घटनाक्रम की जांच करेगा। इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी (द्वितीय) की अगुवाई में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग दो माह में जांच पूरी कर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
आयोग में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह व पूर्व न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी बतौर सदस्य शामिल हैं। न्यायिक आयोग अब पूरे मामले की जांच में पुलिस की चूक व अन्य पहलुओं को भी देखेगा। आयोग प्रयागराज में अतीक व अशरफ को कोर्ट में पेश करने से लेकर उसे पुलिस रिमांड पर लेने व इस दौरान उनकी सुरक्षा-व्यवस्था व अन्य गतिविधियों को बारीकी से देखेगा। आयोग घटना की तह तक जाकर विस्तृत रिपोर्ट शासन को सौंपेगा।
न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी (Who is Retired Justice Arvind Kumar Tripathi)
इलाहाबाद हाई कोर्ट में आठ जनवरी 2015 तक न्यायमूर्ति के रूप में कार्यरत रहे अरविंद कुमार त्रिपाठी 17 अप्रैल 2012 को हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति बने थे। जीवाजी यूनिवर्सिटी, ग्वालियर से 1973 में विधि में स्नातक अरविंद त्रिपाठी ने 1974 में वकालत प्रारंभ की। 1978 से 1996 में उच्च न्यायिक सेवा में रहे और वर्ष 2007 में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए। 17 अप्रैल, 2012 को इलाहाबाद हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज के रूप में पदोन्नत होकर छह अगस्त 2013 को स्थायी जज बने।
सेवानिवृत्त डीजे बृजेश सोनी (Who is District Judge Brijesh Kumar Soni)
सेवानिवृत्त जिला जज बृजेश कुमार सोनी प्रदेश में अपर विधि परामर्शी तथा अपर जिला जज भी रहे हैं। इससे पहले सरकार ने उनको अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग की पांच सदस्यीय कमेटी में रखा था। इस आयोग ने निकाय चुनाव में ओबीसी वर्ग को आरक्षण के लिए ट्रिपल टेस्ट कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, उस रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण निर्धारित किया है।
रिटायर्ड आइपीएस सुबेश सिंह डीजी आर्थिक (Who is Retired IPS Subesh Kumar Singh)
अपराध शाखा के पद से सेवानिवृत सुबेश कुमार सिंह एडीजी एसटीएफ व एटीएस के पद पर रहे। वह 1984 में आइपीएस बने। उन्होंने पिथौरागढ़, मऊ, जौनपुर, देहरादून, फैजाबाद, गोरखपुर में एसपी के रूप में कार्य किया। एडीजी एसटीएफ, एटीएस, कानून व्यवस्था, कार्मिक व एडीजी ट्रेनिंग के पद पर भी कार्यरत रहे। वह ईअोडब्ल्यू के डीजी और राज्य सूचना आयुक्त भी रहे।
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