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    जेवर एयरपोर्ट के आस-पास बुना जा रहा विकास का जाल, लाखों युवाओं को मिलेगा रोजगार

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 07:03 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' के सपने को साकार करते हुए, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र देश के स ...और पढ़ें

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    यीडा बनेगा उत्तर भारत का सबसे बड़ा मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट और इंडस्ट्रियल हब

    डिजिटल डेस्क, लखनऊ/नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' के सपने को पंख मिलने लगे हैं। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र अब केवल एक औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि देश के सबसे महत्वाकांक्षी मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) के रूप में उभर रहा है। इस विजन के केंद्र में है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर, जो आने वाले समय में न केवल उत्तर भारत का सबसे बड़ा एविएशन गेटवे बनेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर उत्तर प्रदेश की औद्योगिक साख को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

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    5-Way निर्बाध कनेक्टिविटी

    विकास का 'पंचामृत' योगी सरकार का पूरा ध्यान प्रदेश में आवाजाही को सुगम बनाने पर है। YEIDA के एसीईओ शैलेंद्र कुमार भाटिया के अनुसार, जेवर एयरपोर्ट को एयर, रोड, रेल, आरआरटीएस (RRTS) और एक्सप्रेसवे के पांच माध्यमों से जोड़ने की तैयारी अंतिम चरण में है।

    • सड़क मार्ग: 8-लेन एक्सेस कंट्रोल यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के जरिए हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली से सीधा जुड़ाव सुनिश्चित किया गया है।

    • एक्सप्रेसवे लिंकिंग: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को बल्लभगढ़ इंटरचेंज के माध्यम से एयरपोर्ट से जोड़ा जा रहा है, जो इसे देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक कॉरिडोर का हिस्सा बना देगा।

    डेडिकेटेड एक्सेस रोड और लॉजिस्टिक्स क्रांति

    भारी मालवाहक वाहनों की सुगम आवाजाही के लिए सरकार नॉर्थ और ईस्ट डेडिकेटेड एक्सेस रोड विकसित कर रही है। इससे शहरों के यातायात में बाधा डाले बिना कार्गो सीधे एयरपोर्ट तक पहुँच सकेगा। भविष्य की योजनाओं में गंगा एक्सप्रेसवे और NH-34 को YEIDA सेक्टर से जोड़ना भी शामिल है, जिससे पूर्वांचल और मध्य यूपी के उद्योगों को वैश्विक बाजार तक सीधी पहुंच मिलेगी।

    आधुनिक परिवहन और रेल कनेक्टिविटी

    शहरी परिवहन को ग्लोबल स्टैंडर्ड पर ले जाने के लिए प्रस्तावित RRTS नेटवर्क दिल्ली-एनसीआर को जेवर से जोड़ेगा। साथ ही, माल ढुलाई की लागत कम करने के लिए औद्योगिक इकाइयों को दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेल कॉरिडोर से सीधे जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है।

    इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर का नया हब

    इंफ्रास्ट्रक्चर के इस सुदृढ़ीकरण का सीधा असर निवेश पर दिख रहा है। EMC पार्क में HCL-फॉक्सकॉन जैसी दिग्गज कंपनियों द्वारा सेमीकंडक्टर टेस्टिंग यूनिट स्थापित की जा रही है। हैवेल्स इंडिया, डिक्सन टेक्नोलॉजीज और एडिटेक सेमीकंडक्टर्स जैसी कंपनियां इस क्षेत्र को 'हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब' में तब्दील कर रही हैं।

    इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और रोजगार के अवसर

    ऑटोमोबाइल सेक्टर में एस्कॉर्ट कुबोटा और मिंडा कॉर्पोरेशन जैसे बड़े नामों के साथ-साथ रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में सैल सोलर और एंबर एंटरप्राइजेज का निवेश उत्तर प्रदेश को 'ग्रीन इकोनॉमी' की ओर ले जा रहा है। सरकार का विश्वास है कि इस समग्र विकास से न केवल उद्योगों को मजबूती मिलेगी, बल्कि प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।