मायावती को झटकाः इंद्रजीत सरोज ने 250 समर्थकों समेत बसपा छोड़ी
बसपा महासचिव इंद्रजीत सरोज ने आज बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ जाकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से इस्तीफा दे दिया।
लखनऊ (जेएनएन)। बसपा के पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज को पार्टी से निकाल दिया गया है। इसके पूर्व पार्टी से निकाले जाने की भनक मिलते ही उन्होंने बुधवार को कौशांबी जिलाध्यक्ष को अपना इस्तीफा दे दिया और पार्टी सुप्रीमो मायावती पर रुपये के लेनदेन का आरोप लगाया। रात में इलाहाबाद में जोनल कोआर्डिनेटर अशोक गौतम ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इंद्रजीत सरोज की बयानबाजी से आजिज आकर उनको पार्टी से निकाल दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इंद्रजीत की किसी और पार्टी से सेटिंग हो गई है।
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22 लाख तक की वसूली का टारगेट
इसके पूर्व इंद्रजीत सरोज ने बताया कि पिछले दिनों मायावती ने फोन कर कहा था कि पार्टी की आर्थिक स्थिति खराब है। सभी 403 विधानसभा सीटों का रजिस्टर बनाया गया है और हर विधानसभा से नौ से 22 लाख तक वसूलकर पार्टी फंड में जमा किया जाना है। पैसे इकट्ठा करने से मेरे इन्कार करने पर मायावती ने कहा कि आपकी पार्टी में कोई जरूरत नहीं है। आपको पार्टी के सभी पदों से हटाया जा रहा है और जल्द ही पार्टी से भी हटा दिया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि पार्टी ने अभी तक इस संबंध में कोई प्रेस कांफ्रेंस या लिखित बयान जारी नहीं किया है तो इंद्रजीत ने बताया कि नसीमुद्दीन को निकालने के मामले में पार्टी की किरकिरी हो चुकी है, इसलिए प्रेस कांफ्रेंस नहीं की गई। मौखिक आदेश ही दिया गया है। इसके बाद उन्होंने अपने करीब 250 समर्थकों के साथ पार्टी के जिलाध्यक्ष हरीलाल बौद्ध को इस्तीफा सौंप दिया।
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सरोज की किसी पार्टी से सेटिंग
इलाहाबाद में रात में पत्रकार वार्ता में जोनल कोआर्डिनेटर डा. अशोक गौतम ने बताया कि अब इंद्रजीत साजिश के तहत उल्टी-सीधी बयानबाजी कर रहे हैं। किसी और पार्टी में इनका जाना तय हो गया है, इसीलिए पार्टी सुप्रीमो मायावती पर फर्जी आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज की तारीख में वे पार्टी में किसी पद पर नहीं थे, उन्हें दो दिन पहले ही लखनऊ के जोनल कोआर्डिनेटर पद से हटाया जा चुका था। राष्ट्रीय महासचिव पद से उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ही हटा दिया गया था।
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मायावती पर धन वसूली का आरोप
मायावती और इंद्रजीत सरोज के बीच यह बातचीत कल शाम 5 बजे के बीच होनी बताई गई है। इसके बाद इंद्रजीत अपने समर्थकों के साथ पार्टी नाता तोड़ रहे है। मैंने पूछा मायावती ने आपको बर्खास्त करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस या लिखित आदेश क्यो नही दिया। वह बोले नसीमुद्दीन को निकालने के मामले में पार्टी की किरकिरी हुई है। इसलिए वह प्रेस कॉन्फ्रेंस नही की है। उन्होंने निकालने का मौखिक आदेह दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती पर धन वसूली का आरोप लगाया।
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कई बसपाइयों ने दिया इस्तीफा
कौशांबी में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को मिलाकर करीब 250 लोगों ने बसपा का दामन छोड़ दिया है। इस बीच बसपा के जोनल कोआर्डिनेटर डा. अशोक गौतम ने मायावती के निर्देश पर इलाहाबाद में जारी किए गए बयान में कहा है कि इंद्रजीत सरोज को पार्टी से नहीं निकाला गया। वह झूठ बोल रहे हैं, क्योंकि उनकी किसी दूसरी पार्टी में सेटिंग हो चुकी है। पार्टी को बदनाम करने के लिए वह निकाले जाने का आरोप लगा रहे हैं।
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