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    हाथरस हादसे में SIT के बाद अब न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट पर निगाह, इन बिंदुओं पर देनी है Report

    Updated: Tue, 09 Jul 2024 03:43 PM (IST)

    हाथरस हादसे में अब सभी की निगाह न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट पर टिक गई है। आयोग को चार बिंदुओं की जांच कर दो माह में अपनी रिपोर्ट सरकार को देनी है। आयोग में अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी हेमंत राव व सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी भवेश कुमार सिंह शामिल हैं। बता दें हाथरस हादसे में दो सदस्यीय एसआईटी की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है।

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    हाथरस में सत्‍संग के दौरान उमड़ी लाखों की भीड़। - फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। हाथरस हादसे में दो सदस्यीय एसआईटी जांच रिपोर्ट आने के बाद अब सभी की निगाह न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट पर टिक गई है। एसआईटी की जांच रिपोर्ट न्यायिक आयोग को भी दे दी गई है। यह रिपोर्ट न्यायिक जांच आयोग की गहन जांच का आधार भी बनेगी। आयोग को चार बिंदुओं की जांच कर दो माह में अपनी रिपोर्ट सरकार को देनी है। भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों उन्हें रोकने के लिए भी अपने सुझाव देने हैं।

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    प्रदेश सरकार ने हाथरस हादसे की जांच के लिए एडीजी कानपुर जोन व मंडलायुक्त अलीगढ़ की दो सदस्यीय एसआईटी बनाने के साथ ही इस घटना की विस्तृत जांच के लिए तीन जुलाई को न्यायिक जांच आयोग गठित कर दिया था।

    इलाहाबाद हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग को चार बिंदुओं पर रिपोर्ट देनी है। आयोग में अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी हेमंत राव व सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी भवेश कुमार सिंह शामिल हैं।

    इन बिंदुओं पर आयोग को देनी है रिपोर्ट

    1- कार्यक्रम के आयोजकों ने जिला प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति और उसकी शर्तों का अनुपालन किया या नहीं?

    2- यह घटना कोई दुर्घटना है या फिर कोई षड्यंत्र या कोई अन्य सुनियोजित आपराधिक घटना?

    3- जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा कार्यक्रम के दौरान भीड़ नियंत्रित करने एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए?

    4- उन कारणों एवं परिस्थितियों का पता लगाना, जिसके कारण भगदड़ मची और यह घटना हुई?

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