Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हाथरस मामले में SDM-CO समेत छह सस्‍पेंड, एसआईटी की जांच में मुख्य दोषी पाए गए आयोजक; कहा- साजिश से इनकार नहीं

    Updated: Tue, 09 Jul 2024 12:16 PM (IST)

    हाथरस के सिकंदराराऊ में दो जुलाई हुई घटना में 121 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच के ल‍िए एसआईटी का गठन क‍िया गया था। एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था। जांच में कार्यक्रम आयोजक और तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया ज‍िसके बाद शासन स्‍तर से कार्रवाई की गई।

    Hero Image
    हाथरस के सिकंदराराऊ में बीते दो जुलाई को हुई थी घटना।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। यूपी के हाथरस में हुई घटना में एसआईटी की जांच के बाद बड़ी कार्रवाई की गई है। जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक और तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया। जांच र‍िपोर्ट के आधार पर शासन ने एसडीएम, सीओ समेत छह को सस्‍पेंड कर द‍िया है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हाथरस में बीते दो जुलाई को हुई घटना में 121 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने दो, तीन और पांच जुलाई को घटनास्थल का निरीक्षण किया था। जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया, जिसमें प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता और प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया गया। इसके अलावा, घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय वीडियोग्राफी, छायाचित्र, वीडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया।

    एसआईटी जांच के मुख्‍य प्वाइंट्स... 

    • एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर दुर्घटना के लिए कार्यक्रम आयोजकों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है।
    • जांच समिति ने अब तक हुई जांच व कार्यवाही के आधार पर हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इनकार नहीं किया है और गहन जांच की जरूरत बताई है।
    • जांच समिति ने कार्यक्रम आयोजक और तहसील स्तरीय पुलिस व प्रशासन को भी दोषी पाया है। स्थानीय एसडीएम, सीओ, तहसीलदार, इंस्पेक्टर, चौकी इंचार्ज द्वारा अपने दायित्व का निर्वहन करने में लापरवाही के जिम्मेदार हैं।
    • उप जिला मजिस्ट्रेट सिकंदराराऊ द्वारा बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किए आयोजन की अनुमति प्रदान कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया।
    • इन अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी नहीं कराया गया।

    शासन ने क‍िया सस्‍पेंड 

    एसआईटी ने संबंधित अधिकारियों के खि‍लाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। उप जिला मजिस्ट्रेट सिकंदराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकंदराराऊ, थानाध्यक्ष सिकंदराराऊ, तहसीलदार सिकंदराराऊ, चौकी इंचार्ज कचौरा एवं चौकी इंचार्ज पोरा को शासन द्वारा सस्‍पेंड कर द‍िया गया है। 

    तथ्‍यों को छ‍िपाकर कार्यक्रम के आयोजन की ली अनुमत‍ि  

    आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली। अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। आयोजकों द्वारा अप्रत्याशित भीड़ को आमंत्रित कर पर्याप्त और सुचारू व्यवस्था नहीं की गई। न ही कार्यक्रम के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति की शर्तों का पालन किया गया।

    आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं। इनके द्वारा जिन लोगों को बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़ा गया, उनसे अव्यवस्था फैली। आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया। स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया।

    सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के आपस में मिलने की छूट दी गई। भारी भीड़ के दृष्टिगत यहां किसी प्रकार की बैरीकेडि‍ंग  या पैसेज की व्यवस्था नहीं बनाई गई थी और दुर्घटना घटित होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटनास्थल से भाग गए।

    यह भी पढ़ें: Hathras Stampede: जिन पुलिसकर्मियों के कंधाें पर थी भीड़ की सुरक्षा की जिम्मेदारी, वो बाबा के सत्संग में लीन दिखे

    यह भी पढ़ें: हाथरस हादसा: सात दिन से चल रही सिर्फ जांच, जिम्मेदार अफसरों पर नहीं आंच; कहां है 'भोले बाबा'?