Aparna Yadav: यूपी महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के भाई के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर
FIR Against Brother of Aparna Yadav चंद्र शेखर सिंह बिष्ट उर्फ अमन बिष्ट पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है। फिलहाल इस मामले में कोर्ट के आदेश पर गोमती नगर थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है। लखनऊ की एक रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक ने उन पर जमीन के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ: उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष भाजपा नेता अपर्णा यादव के भाई चंद्रशेखर सिंह बिष्ट उर्फ अमन बिष्ट के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भाई और साथी पर 14 करोड़ रुपये ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
गोमतीनगर थाने ने बीजेपी नेत्री और महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के भाई चंद्रशेखर बिष्ट और सहयोगी हिमांशु राय पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है। पीड़ित ठाकुर सिंह मनराल का आरोप है कि जमीन दिलाने के नाम पर उसके साथ 14 करोड़ की धोखाधड़ी की गई।
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की है। चंद्रशेखर बिष्ट की मां अंबी बिष्ट के खिलाफ भी बुधवार को मुकदमा दर्ज कराया गया था। उनके खिलाफ एलडीए में उनके कार्यकाल के दौरान घोटाले के प्रकरण में केस दर्ज कराया गया था।
चंद्रशेखर सिंह बिष्ट उर्फ अमन बिष्ट पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है। फिलहाल इस मामले में कोर्ट के आदेश पर गोमती नगर थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है। लखनऊ की एक रियल एस्टेट कंपनी के निदेशक ने उन पर जमीन के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। यह पूरा मामला लखनऊ के गोमतीनगर थाना क्षेत्र का है।
कोर्ट में दाखिल प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अमन बिष्ट और उनके सहयोगी हिमांशु राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके आधार पर गोमतीनगर थाने में 20 सितंबर को बीएनएस की धारा 316(5), 318(4), 338, 336(3) और 351 के तहत केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता ठाकुर सिंह मनराल मरर्चन्टास इन्फाहाइट्स प्रा. लि. के निदेशक है। ठाकुर सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि वह जमीन खरीद-बिक्री का व्यवसाय करते हैं।
इससे पहले यूपी महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव की मां और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की समधन अंबी बिष्ट सहित पांच के खिलाफ 19 सितंबर को एफआईआर दर्ज की गई थी। यह एफआईआर वर्ष 2016 के जानकीपुरम जमीन घोटाले में जमीन घोटाले में दर्ज की गई थी।
इसमें अंबी बिष्ट के साथ-साथ एलडीए के तत्कालीन अनुभाग अधिकारी वीरेंद्र सिंह, उप सचिव देवेंद्र सिंह राठौड़, वरिष्ठ कॉस्ट अकाउंट अकाउंटेंट बी महादनी और अवर वर्ग सहायक शैलेंद्र कुमार गुप्ता के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया।
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यह कार्रवाई विजिलेंस की खुली जांच में दोषी पाए जाने के बाद की गई। मामला लखनऊ की प्रियदर्शिनी योजना में भूखंड आवंटन में गड़बड़ी से संबंधित है।
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आरोप है कि प्रियदर्शिनी जानकीपुरम योजना के भूखंडों के आवंटन में बदलाव कर रजिस्ट्रेशन करने में गड़बड़ी की गई थी। जिस समय का यह प्रकरण है, उस समय अंबी बिष्ट एलडीए में संपत्ति अधिकारी थीं।
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