यूपी विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक, कहा- गुमराह करने का काम करती है...
लखनऊ में, विधान सभा में किसानों के मुद्दे पर सपा और सरकार के बीच तीखी बहस हुई। विपक्ष ने खाद और बीज की कमी और गन्ना किसानों को भुगतान में देरी का आरोप ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विधान सभा में बुधवार को मुख्य विपक्ष दल सपा ने किसानों का मुद्दा उठाया। विपक्ष ने कहा कि किसानों को खाद बीज समय पर नहीं मिल पा रहा है। गन्ना किसानों को समय पर भुगतान नहीं हो रहा है। किसानों की आय दोगुणी तो हुई नहीं उन्हें लूटने का काम जरूर हो रहा है। सरकार की ओर से कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि सपा केवल गुमराह करने का काम करती है। प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है, सभी जिलों में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
सपा ने यह मामला कार्यस्थगन प्रस्ताव के रूप में उठाया। सपा सदस्य अतुल प्रधान ने कहा कि किसानों को समय पर खाद व बीज नहीं मिल पा रहा है। किसानों की स्थिति बहुत खराब है। पंकज मलिक ने कहा कि खाद समय पर नहीं मिल पा रही है। गेहूं, आलू, गन्ना सभी के किसान परेशान है।
डीएपी की जब जरूरत होती है तो वह नहीं मिलती है। यूरिया की जब जरूरत होती है तो उसकी किल्लत हो जाती है। विक्रेता खाद के साथ लोकल पोटाश खरीदने के लिए दबाव बनाते हैं। गन्ना किसानों की हालत बदतर है। 400 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य करके सरकार खुश न हो क्योंकि लागत बहुत अधिक बढ़ गई है। सपा की सैय्यदा खातून ने भी किसानों की समस्या उठाई।
कृषि मंत्री ने कहा कि कोरी कल्पना के आधार पर सपा ने यह विषय उठाया है। सभी जिलों में खाद अत्यधिक मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने मंडलवार उपलब्ध खाद का विवरण देते हुए कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। जब आपकी सरकार थी तब आपने पूरे सिस्टम को चौपट कर दिया था। 16 कोआपरेटिव बैंक की जमा पूंजी तक खा ली थी।
सात हजार समितियों में से केवल 1200 काम कर रही थीं। हमारी सरकार में सभी समितियां फिर शुरू हो गईं हैं। गन्ना किसानों का वर्तमान पेराई सत्र का 85 प्रतिशत से अधिक भुगतान हो गया है। आपने ही किसानों की कमर तोड़ रखी थी। गन्ना मिलों से चुनावी चंदा वसूलते थे। गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा हमारी सरकार ने सपा के समय से दोगुणा गन्ना किसानों को भुगतान कर दिया है।

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