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    Education System Reform in UP : सभी कंपोजिट विद्यालयों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा, हर में होंगे दो-दो स्मार्ट क्लास

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 01:48 PM (IST)

    Education System Reform in UP बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगस्त तक सभी विद्यालयों में उपकरण स्थापित कर संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई के साथ ही कौशल विकास खेलकूद सुविधा और सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। हर में दो-दो स्मार्ट क्लास होंगे।

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    ब्यूरो: हर कंपोजिट विद्यालय में होंगे दो स्मार्ट क्लास

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के सभी कंपोजिट विद्यालयों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दो-दो स्मार्ट क्लास स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रत्येक विद्यालय को स्मार्ट टीवी समेत आवश्यक डिजिटल उपकरण भेजे गए हैं।

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    एक स्मार्ट क्लास पर औसतन 3.10 लाख रुपये की लागत आंकी गई है। इस प्रकार एक विद्यालय में दो स्मार्ट क्लास के लिए कुल 6.20 लाख रुपये तक की डिजिटल सामग्री भेजी गई है।

    बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार सभी स्मार्ट क्लास रूम में स्मार्ट टीवी, वाईफाई, स्पीकर, पावर बैकअप, डिजिटल कंटेंट और इंटरएक्टिव लर्निंग की सुविधाएं रहेंगी। इससे छात्र-छात्राओं को विषयों को समझने में आसानी होगी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ होगी।

    इसका उद्देश्य है कि सरकारी विद्यालयों में भी निजी स्कूलों जैसी तकनीकी सुविधा उपलब्ध हो ताकि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के बच्चों को भी डिजिटल युग के अनुरूप शिक्षा मिल सके।

    इस योजना से करीब एक लाख से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगस्त तक सभी विद्यालयों में उपकरण स्थापित कर संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई के साथ ही कौशल विकास, खेलकूद, सुविधा और सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। हर विद्यालय में 30 स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी व कंप्यूटर लैब, आधुनिक विज्ञान प्रयोगशाला, मिनी स्टेडियम, खेल मैदान होगा। इसके अतिरिक्त, इनमें कौशल विकास केंद्र और वर्कशॉप्स, शिक्षकों के लिए आवासीय सुविधा, सीसीटीवी निगरानी, वाई-फाई की भी व्यवस्था होगी।

    प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक और समावेशी बनाने की दिशा में 39 जिलों में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वहीं दस अन्य जिलों में भी जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी है। शेष अन्य जिलों के लिए वित्तीय स्वीकृति व भूमि चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

    इन जिलों में शुरू हुआ निर्माण कार्य

    सीतापुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, बिजनौर, कानपुर देहात, महाराजगंज, अम्बेडकरनगर, बुलन्दशहर, खीरी, बलिया, हमीरपुर, औरैया, हरदोई, अमरोहा, चित्रकूट, ललितपुर, जालौन, चन्दौली, फिरोजाबाद, श्रावस्ती, इटावा, मैनपुरी, हापुड़, कौशाम्बी, मऊ, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, गौतमबुद्धनगर, संतकबीरनगर, सम्भल, गाजीपुर, मुजफ्फरनगर, रामपुर, हाथरस, बदायूं, बहराइच, भदोही, बागपत।

    प्रदेश के सभी 75 जिलों में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण होना है । पिछले दिनों एक कार्यक्रम में सीएम ने 39 जिलों के विद्यालयों के निमार्ण कार्य का शिलान्यास किया था। इसके बाद यहां काम शुरू कर दिया गया है। वहीं इनके सभी जिलों में निर्माण के बाद दूसरे चरण में भी हर जिले में एक-एक मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय का निर्माण प्रस्तावित है।

    इस प्रकार हर जिले में दो -दो मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों के निर्माण की कार्ययोजना है। इन विद्यालयों में प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की सभी कक्षाएं एक ही परिसर में चलेंगी। पांच से दस एकड़ भूमि पर 30 करोड़ की लागत से यह विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। इन विद्यालय के निर्माण के लिए सरकार ने ‍छह निर्माण एजेंसियों को अलग अलग जिम्मेदारी दी है।