Mission Asmita: अवैध मतांतरण के एक और मामले में होगी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच, विदेशी फंडिंग की जानकारी जुटा रहा ED
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आगरा में पकड़े गए अवैध मतांतरण गिरोह को मिल रही विदेशी फंडिंग की जांच करेगा। मिशन अस्मिता के तहत आगरा पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। जांच में कनाडा अमेरिका लंदन और दुबई से फंडिंग के सबूत मिले हैं। ईडी बलरामपुर में मतांतरण सिंडिकेट चलाने वाले जमालुद्दीन और उसके सहयोगियों की भी जांच कर रही है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आगरा में पकड़े गए अवैध मतांतरण गिरोह को हो रही विदेशी फंडिंग की कड़ियां भी खंगालेगा। ईडी गिरोह के विरुद्ध दर्ज एफआईआर व जांच में सामने आए तथ्यों की जानकारी जुटा रहा है। जल्द इस मामले में भी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किए जाने की तैयारी है।
मिशन अस्मिता के तहत आगरा पुलिस ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर बड़े पैमाने पर अवैध मतांतरण कराने वाले गिरोह को बेनकाब किया है। गिरोह को कनाडा, अमेरिका, लंदन, दुबई व अन्य देशों से फंडिंग के भी साक्ष्य मिले हैं। पुलिस भी इस बात की पड़ताल कर रही है कि गिरोह को विदेश से कितनी रकम भेजी गई है। उस रकम का उपयोग कहां-कहां किन कार्याें में किया जा रहा था।
ईडी बलरामपुर में रहकर अवैध मतांतरण का सिंडीकेट चलाने वाले मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर व उसके गिरोह के सदस्यों को हुई फंडिंग की जांच पहले से कर रहा है। ईडी ने मामले में बलरामपुर, मुंबई व लखनऊ में 15 ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। 22 खातों में हुई 60 करोड़ की फंडिंग के साक्ष्य जुटाए गए थे।
ईडी अब छांगुर गिरोह के सक्रिय सदस्यों के कई और बैंक खातों की भी पड़ताल कर रहा है। विदेशी फंडिंग की रकम से खरीदी गईं संपत्तियों को भी चिन्हित किया गया है, जिन्हें जब्त किए जाने की तैयारी है। वहीं आगरा में पकड़े गए गिरोह के तार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा व प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के अलावा सोशल डेम्रोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से भी जुड़े पाए गए हैं। मामले में आइबी व केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी छानबीन कर रही हैं। पुलिस रिमांड पर लिए गए आरोपितों से कई बिंदुओं पर जानकारी जुटाकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से भी साझा की गई है।
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