मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खान के बैंक खातों की जांच करेगा ईडी, विदेश से भेजे गए थे चार करोड़ रुपये
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लांड्रिंग के आरोप में फंसे मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खान के बैंक खातों की जांच करेगा। ईडी ने आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) से ...और पढ़ें
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लांड्रिंग के आरोप में फंसे मदरसा शिक्षक शमशुल हुदा खान के बैंक खातों की जांच करेगा। ईडी ने आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) से शमशुल के बैंक खातों की जानकारी मांगी है। मामले की जांच कर रहे एटीएस की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि विदेश से शमशुल के बैंक खाते में चार करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। शमशुल संदिग्ध आतंकियों के संपर्क में था और कई बार पाकिस्तान जा चुका है। इसलिए आशंका है कि वह ब्रिटेन से भारत में टेटर फंडिंग कर रहा था।
ईडी ने शमशुल के विरुद्ध टेरर फंडिंग के मामले में एटीएस की जांच के आधार पर पिछले बुधवार को केस दर्ज किया है। 12 जुलाई 1984 को उसकी नियुक्ति मदरसा दारुल उलूम अहले सुन्नत मदरसा अशरफिया मुबारकपुर, आजमगढ़ में सहायक अध्यापक आलिया के पद पर की गई थी। वर्ष 2007 में वह ब्रिटेन चला गया था।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से उसे वर्ष 2007 से 2017 तक वेतन का भुगतान किया गया था। इतना ही नहीं, वर्ष 2017 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेने के बाद भी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने उसकी पेंशन स्वीकृत कर दी है। एटीएस की जांच के बाद इस मामले में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के चार अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है।
शमशुल ने कई बार पाकिस्तान और अन्य इस्लामिक देशों की यात्रा भी की है। वह कई संदिग्ध आतंकियों के संपर्क में था और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था। इसीलिए शमशुल को मिलने वाले फंड का इस्तेमाल भारत में देश विरोधी गतिविधियों के लिए किए जाने की आशंका है। अभी तक ईडी को उसके आठ बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है।
साथ ही उसकी 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की अचल संपत्ति का भी पता ईडी को चला है। शमशुल ने राजा फाउंडेशन नाम की एनजीओ भी बनाई थी, जिसके जरिए कई मदरसों को फंड दिया गया था। उसने आजमगढ़ व संत कबीर नगर में दो मदरसे भी स्थापित किए थे, हालांकि इनकी मान्यता रद्द कर दी गई है।

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