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    सीएम योगी ने प्रदेश को नंबर वन राज्य बनाने की दी डेडलाइन, विकसित यूपी को लेकर भरी हुंकार

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 08:32 PM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकसित भारत के लिए गांवों का विकास जरूरी है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के अभियान में योगदान करने का आह्वान किया। सरकार अर्थव्यवस्था बुनियादी ढांचे और सामाजिक विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ग्राम प्रधानों को समर्थ पोर्टल के माध्यम से सुझाव देने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

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    सीएम योगी ने कहा- चार वर्षों में देश का नंबर एक राज्य होगा यूपी।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 'विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश' की परिकल्पना को साकार करने में गांवों की भूमिका सबसे अहम है। गांव समृद्ध और आत्मनिर्भर होंगे तो प्रदेश भी आत्मनिर्भर बनेगा। आज प्रदेश सुशासन, बेहतर कानून-व्यवस्था, स्थिरता और शांति का पर्याय बन चुका है। सात वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था 13 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये हो रही है।

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    प्रति व्यक्ति आय 43 हजार रुपये से बढ़कर 1.20 लाख रुपये हो गई है। आठ वर्षों में 'नए भारत के नए उत्तर प्रदेश' का निर्माण हुआ है, अब अगले चार वर्षों में उत्तर प्रदेश देश का नंबर एक राज्य होगा।

    शुक्रवार को प्रदेश के 57 हजार ग्राम प्रधानों से वर्चुअल माध्यम से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत-2047 की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

    जब देश की स्वतंत्रता के सौ वर्ष पूरे होंगे, तब भारत को विश्व की सबसे बड़ी शक्ति के रूप में स्थापित करना हम सबका लक्ष्य है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश पिछड़ेपन और अव्यवस्था के बोझ तले दबा हुआ था। किसान कठिन परिस्थितियों में परिश्रम करते थे, लेकिन सिंचाई, तकनीक और विपणन की सुविधाएं सीमित थीं। बिजली, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी जरूरतें अधूरी थीं।

    युवाओं के पास रोजगार के अवसर नहीं थे। भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और भेदभाव सरकारी व्यवस्थाओं में गहराई तक जकड़े हुए थे। बीते आठ वर्षों में प्रदेश की तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है।

    उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए रोडमैप तय किया गया है। इसमें तीन प्रमुख थीम रखी गई हैं ; अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति।

    अर्थ शक्ति के अंतर्गत कृषि, उद्योग, निवेश और पर्यटन को नई गति दी जाएगी। सृजन शक्ति के तहत आधुनिक बुनियादी ढांचा और हरित विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। वहीं जीवन शक्ति का लक्ष्य एक स्वस्थ, शिक्षित, सुरक्षित और सशक्त समाज का निर्माण है।

    इसके तहत 12 सेक्टर निर्धारित किए गए हैं। इन लक्ष्यों की प्राप्ति में ग्राम प्रधानों की भूमिका सबसे अहम है, क्योंकि लोकतंत्र की प्रथम पंक्ति के प्रतिनिधि होने के नाते वे ही इस महाअभियान के सच्चे शिल्पकार और अग्रिम सेनानी हैं।

    मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों से आह्वान किया कि वे अपनी पंचायत की बैठकों में विकसित उत्तर प्रदेश के अभियान पर चर्चा करें। गांव-गांव, वार्ड-वार्ड और मोहल्लों में लोगों को जोड़ें और समर्थ पोर्टल पर अधिक से अधिक सुझाव दिलाएं। ग्राम प्रधानों को भेजे गए पत्र का पंचायत की खुली बैठक में पढ़ने को कहा।

    उन्होंने कहा कि जब करोड़ों लोगों की ऊर्जा इस यात्रा से जुड़ेगी, तब विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश का सपना एक विराट जन-आंदोलन के रूप में साकार होगा।

    इस दौरान ग्राम प्रधानों को विकसित यूपी-2047 अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए एक वीडियो फ़िल्म दिखाई गई। क्यूआर कोड तथा पोर्टल के माध्यम से सुझाव देने के तरीकों को बताया गया।

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