CM योगी ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम को दहेज प्रथा पर प्रहार बताया, बोले- अब कोई बेटी अनब्याही नहीं रहेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दहेज प्रथा पर प्रहार करते हुए इसे सामाजिक समता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन बाल विवाह और अस्पृश्यता के खिलाफ सरकार की लड़ाई का हिस्सा है। सात सालों में प्रदेश सरकार 3.84 लाख से ज्यादा सामूहिक विवाह करा चुकी है। इस सत्र के समापन पर यह संख्या चार लाख से अधिक हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम को सामाजिक समता का प्रतीक बताया। दहेज प्रथा जैसी सामाजिक विकृति पर इसे कड़ा प्रहार बताते हुए कहा कि यह आयोजन बाल विवाह व अस्पृश्यता के विरुद्ध सरकार द्वारा शुरू की गई लड़ाई व अभियान का हिस्सा है।
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (खाद कारखाना) परिसर में रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे सीएम योगी ने कहा कि इस कार्यक्रम में जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा का कोई बंधन नहीं है। हिंदू, मुस्लिम या अन्य मतावलंबी अपनी परंपरा के अनुरूप विवाह के पवित्र बंधन में जुड़ रहे हैं, जो सामाजिक समता को दर्शाता है।
कहा कि कई बार दहेज के कारण योग्य कन्याएं विवाह बंधन से नहीं जुड़ पाती थीं, ऐसे में सामूहिक विवाह कार्यक्रम से जुड़ने वाले सभी युवक-युवतियों ने दहेज के खिलाफ समाज में आदर्श प्रस्तुत किया है।
सात सालों में 3 लाख से ज्यादा हुए सामूहिक विवाह
प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक सात साल में 3.84 लाख शादियां करा चुकी है। इस सत्र के समापन पर यह संख्या चार लाख से अधिक हो जाएगी। सीएम योगी ने कहा कि गरीब बेटियों को दहेज से बचाने का यह कार्यक्रम हर जिले में हो रहा है।
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सरकार की मंशा है कि कोई बेटी दहेज के कारण अनब्याही न रहे। इस आयोजन में रविवार को 1678 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। सभी नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके सुखमय व मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से 10 नवयुगलों को उपहार-शगुन किट भेंट किया।
अच्छी सरकार तो अच्छे कार्य- योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब अच्छी सरकार होती है तो कार्य भी अच्छे होते हैं। वर्ष 2014 में जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, घर-घर व्यक्तिगत शौचालय बनवाए। मुफ्त रसोईं गैस कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, राशन व आवास दिए। सीएम ने कहा कि सरकार हर तबके को लाभान्वित कर रही है। श्रमिकों के बच्चों की मुफ्त शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय चल रहे हैं। निराश्रित, दिव्यांगजन आदि एक करोड़ लोगों को 12 हजार रुपये सालाना पेंशन दी जा रही है। कन्या सुमंगला योजना के तहत 20 लाख बेटियों के स्वावलंबन के लिए 25 हजार रुपये का पैकेज दिया गया है।
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