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    अब कक्षा तीन के बच्चे NCERT की किताबों से पढ़ेंगे, क्षेत्रीय भाषाएं सीखेंगे; ये नए विषय भी जोड़े गए

    Updated: Wed, 26 Mar 2025 04:41 PM (IST)

    2025-26 से कक्षा तीन के परिषदीय स्कूलों में छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाएंगी। हिंदी पाठ्यक्रम में ब्रज अवधी बुंदेली और भोजपुरी के लोकगीतों को शामिल किया गया है साथ ही प्रमुख शहरों उनकी विविधता और उत्सवों पर भी जानकारी दी जाएगी। गणित में आयु गणना और अंग्रेजी में कठिन शब्दों के हिंदी उच्चारण को जोड़ा गया है। नई किताबें विद्यालयों में जल्द पहुंचाई जाएंगी।

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    अब कक्षा तीन के छात्रों को पढ़ाई जाएगी क्षेत्रीय भाषा। (तस्वीर जागरण)

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में कक्षा तीन के छात्रों के लिए नए शैक्षिक सत्र 2025-26 से एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। अब से छात्रों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें पढ़ाई जाएंगी।

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    इस बदलाव का उद्देश्य शिक्षा में गुणवत्ता सुधारना और विद्यार्थियों को बेहतर सामग्री उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही हिंदी के पाठ्यक्रम में भी कई नई और रोचक चीजें जोड़ी गई हैं, जिनसे छात्रों का ज्ञानवर्धन होगा।

    क्षेत्रीय भाषाओं को दिया जा रहा बढ़ावा

    हिंदी पाठ्यक्रम में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब ब्रज, अवधी, बुंदेली और भोजपुरी के लोकगीत भी विद्यार्थियों को पढ़ाए जाएंगे। इससे न केवल छात्रों को अपनी क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति रुचि बढ़ेगी, बल्कि ये भाषाएं भी संरक्षित रहेंगी।

    क्षेत्रीय भाषाओं के महत्व को समझते हुए यह पहल की गई है, ताकि विद्यार्थी अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ सकें और उसे संजोकर रखें।

    राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान के अनुसार, हिंदी पाठ्यक्रम में "भारत है मेरा घर", "भारत के प्रसिद्ध शहरों के नाम" और "देश की विविधता और एकता" जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है।

    प्रमुख शहरों की दी जाएगी जानकारी

    इसके अलावा छात्रों को प्रमुख शहरों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, जैसे कि चंडीगढ़, जयपुर, अमृतसर, कोलकाता और लखनऊ। इन शहरों के उत्सव और पर्वों के बारे में भी विद्यार्थियों को बताया जाएगा। इसके अलावा हिंदी के पाठ्यक्रम में "घुमक्कड़ तारक" नामक एक नया पाठ जोड़ा गया है, जो दो मित्रों की मित्रता को दर्शाता है।

    गणित की किताब में जोड़ी गई नई जानकारी

    अंग्रेजी की किताब में भी विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब कठिन शब्दों का हिंदी में उच्चारण दिया जाएगा, ताकि छात्रों को शब्दों के सही उच्चारण की समझ हो सके। गणित की किताब में भी एक नई जानकारी जोड़ी गई है, जिसमें विद्यार्थियों को जन्म प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे छात्र यह सीख सकेंगे कि किसी बच्चे की जन्मतिथि के आधार पर उसकी वर्तमान आयु कैसे निकाली जाती है।

    नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत 1 अप्रैल से होगी और नई पाठ्य-पुस्तकें स्कूलों में पहुंचाई जा रही हैं। स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों से किताबों की ढुलाई नहीं कराई जाएगी। जिलों से ब्लॉक और फिर वहां से स्कूलों तक किताबों को पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। 

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