Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    छांगुर 'शिजर-ए-तैय्यबा' किताब से लव-जिहाद के लिए करता था प्रेरित, लखनऊ के इस होटल में 'पत्नी' के साथ गुजारे थे 70 द‍िन

    Updated: Fri, 11 Jul 2025 11:34 PM (IST)

    लखनऊ में मतांतरण कराने के आरोप में छांगुर और नसरीन नामक दो लोग गिरफ्तार हुए हैं। उन्होंने विकासनगर के एक होटल में 70 दिन बिताए जहाँ छांगुर शिजर-ए-तैय्यबा किताब से लव जिहाद के लिए लोगों को प्रेरित करता था। नसरीन मस्जिद के पास लोगों से मिलती थी और होटल से हाइवे पर पहुंचना भी आसान था।

    Hero Image
    मतांतरण कराने के मामले में पकड़े गए छांगुर और सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन।- फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। मतांतरण कराने के मामले में पकड़े गए छांगुर और सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन ने लखनऊ की विकासनगर कालोनी के बीच घर में चल रहे होटल स्टार रूम्स को चुना था। इस होटल में 70 दिन रहने के दौरान वे किसी की नजर में भी नहीं आए। यहां ''शिजर-ए-तैय्यबा'' किताब से लव जिहाद के लिए मुस्लिम युवकों और हिंदू युवतियों को प्रेरित करता था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जमालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसकी महिला मित्र नसरीन बतौर पति-पत्नी की तरह रहते थे। होटल से ही मतांतरण करवाते थे। छांगुर के पास ''शिजर-ए-तैय्यबा'' किताब मिली है। जिसके जरिए लव जिहाद के लिए मुस्लिम युवकों और हिंदू युवतियों को प्रेरित करता था। इस पुस्तक को उसने खुद छपवाया था। दोनों ने होटल में 16 अप्रैल को कमरा बुक कराया था। होटल कर्मचारियों ने दोनों को कमरा नंबर 102 दिया था। चार दिन इसमें रहे। इसके लिए छांगुर बाबा ने अपना और नसरीन का आधार कार्ड दिया था।

    नसरीन का आधार कार्ड नीतू नवीन रोहरा के नाम था। पांचवे दिन दोनों का कमरा बदल दिया गया। दोनों को कमरा नंबर 104 दिया गया। यहां पर करीब 66 दिन बिताया। कर्मचारियों के मुताबिक होटल में सिर्फ एक वकील उनसे अक्सर मिलने आता था। कमरे से बाहर भी नहीं के बराबर निकलते थे। नसरीन ही दिन में दो बार निकलती थी। वह भी खाना लेकर वापस आ जाती थी।

    नसरीन मस्जिद के पास मिलती थी

    होटल के पास में ही मस्जिद स्थित है। किसी से मिलना होता था तो नसरीन ही बाहर आती थी। किसी को शक न हो इसके लिए मस्जिद के पास जाकर मिलती थी। वापस होटल में आ जाती थी। छांगुर उन्हीं से मिलता था, जिससे नसरीन मिलवाती थी।

    होटल से हाइवे पर पहुंचना था आसान

    होटल से हाइवे पर आने के लिए उसे सिर्फ एक गली का फासला तय करना होता था। गली पार करते ही वह सीतापुर और अयोध्या हाइवे पर पहुंच जाता था। वहां से किसी भी दिशा में जा सकता था। फिलहाल एटीएस ने होटल से जो जानकारी लेनी थी

    यह भी पढ़ें- छांगुर के करीबी प्रॉपर्टी डीलरों से भी जल्द होगी पूछताछ, ED को नवीन उर्फ जमालुद्दीन के 8 बैंक खातों का मिला ब्योरा