लखनऊ। देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह किसी के साथ भी मिलकर खराब मौसम तथा ओलावृष्टि के कारण पीडि़त किसानों की मदद करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के अन्नदाता को फिर से मजबूत बनाने को तैयार है। ऐसे में हमें राज्य सरकार के साथ मिलकर किसान की मदद करने में कोई ऐतराज नहीं है। देश के प्रधानमंत्री सामूहिकता में भरोसा रखते हैं। केंद्र तो देश के किसानों के दुख-दर्द बांट हीं रही है, अगर राज्य सरकार भी इसमें पूरा सहयोग करे तो बेहतर होगा।
राजनाथ सिंह ने आज चंदौली में किसानों के नुकसान का जायजा लेने के साथ ही किसान महापंचायत को भी संबोधित किया। महापंचायत में उनको किसानों ने अपनी समस्याएं सुनाई। गृह मंत्री ने भी दिल से उनकी बातें सुनी। भरोसा दिया कि अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या समाधान के लिए केंद्र तो यूपी सरकार से कंधे से कंधा मिलाकर मदद को तैयार है। सरकार का खजाना कुबेर का होता है। अगर कोई पैसा का रोना रोता है तो वह बहाना करता है।
राजनाथ ने कहा कि वैसे केंद्र ने यूपी सरकार को को प्राकृतिक आपदा का 506 करोड़ रुपये जारी कर दिया है। यह राशि जून में दी जाती है। उन्होंने कि प्रधानमंत्री जी ने विदेश दौरा के दौरान भी रुके कई फैसलों को चुटकी बजाकर तय किया। गृहमंत्री ने टिकरी गांव में जाकर दो तीन खेतों की फसल का भी जायजा लिया। इसके बाद वह अपने बहनोई के त्रयोदशाह में भाग लेने सेवइया गांव पहुंचे।
33 फीसदी नुकसान पर मिलेगा डेढ़ गुना मुआवजा
चंदौली के बबुरी में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में किसान महापंचायत में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने तय किया है कि मंत्री तथा सांसद फसल नुकसान देखने स्वयं गांव-गांव जाएंगे। रिपोर्ट देंगे। इतना ही नहीं नियम बदल कर 33 फीसद बर्बाद फसल पर भी डेढ़ गुना मुआवजा देने की बात है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त है।इसी में पिछले दस सालों से बढ़ी महंगाई पर रोक भी लगाना भी शामिल है।