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    रेजीडेंसी में बना था सबसे पहला ग‍िरजाघर, अब लखनऊ के सबसे बड़े चर्च में है Cathedral का नाम, पढ़ें रोचक बातें

    Updated: Sun, 22 Dec 2024 02:29 PM (IST)

    अंग्रेजों ने अपने स्थायी गिरजाघर की तलाश में हजरतगंज में राजभवन रोड पर सेंट क्राइस्ट चर्च और पुरानी मेफेयर बिल्डिंग के सामने सेंट जोजफ कैथेड्रल चर्च का निर्माण कराया था। ये दोनों चर्च दो साल में यानी क‍ि 1860 में बनकर तैयार हुए थे। तभी से यहां प्रार्थनाएं होने लगी हैं। लखनऊ में 1857 की क्रांति से पहले तक सिर्फ तीन ही चर्च थे।

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    लखनऊ में 1860 में बनकर तैयार हुआ था कैथेड्रल चर्च। (Image Credit- X)

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। राजधानी में रेजीडेंसी में सबसे पहला चर्च बनाया गया था। जबकि हजरतगंज में बना कैथेड्रल शहर का सबसे बड़ा चर्च है। अंग्रेजों ने अपने स्थायी गिरजाघर की तलाश में हजरतगंज में राजभवन रोड पर सेंट क्राइस्ट चर्च और पुरानी मेफेयर बिल्डिंग के सामने सेंट जोजफ कैथेड्रल चर्च का निर्माण कराया था। इन दोनों चर्चों का निर्माण 1858 में शुरू हुआ था जबक‍ि 1860 में बनकर तैयार हुए थे।

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    लखनऊ में 1857 की क्रांति से पहले तक सिर्फ तीन ही चर्च थे। पादरी टोला के अलावा रेजीडेंसी और मड़ियांव छावनी में चर्च बना। जब गदर में ये नष्ट हो गए और अंग्रेजों को रविवार की प्रार्थना के लिए जगह नहीं थी तो सिब्तैनाबाद इमामबाड़ा को अस्थायी प्रार्थना घर बना दिया गया था। सेंट जोजफ चर्च की इमारत की नींव कमजोर रह गई। इसलिए इसे गिराकर मौजूदा चर्च बनाया गया, जहां 1968 से निरंतर प्रार्थना होती है।

    1860 से ही शुरू हो गई थी प्रार्थना

    सेंट क्राइस्ट चर्च में 1860 से ही प्रार्थना शुरू हो गई थी। इसका डिजायन रायल इंजीनियर्स समूह ने तैयार क‍िया था और इसे अंग्रेजों का शहीद स्मारक भी कहा जाता है। कारण, चर्च में लगी स्मृति पट्टिकाओं में उन अंग्रेज अफसरों के नाम, जन्मदिन, सेवाएं और मृत्यु की तारीख वर्णित हैं।

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    सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च, लालबाग

    लालबाग में बना सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च राजधानी के पुराने चर्चों में से एक है। चर्च के पादरी फादर हर्बट एबुल ने बताया कि 1865 में चर्च की स्थापना ज्वेल जेवियर ने की थी। मेथोडिस्ट प्रतिमा की पूजा नहीं करते। ऐसे में यहां प्रभु यीशु के प्रतीक क्रास की स्थापना की गई है। समुदाय के लोग मोमबत्ती जलाने के साथ प्रार्थना करते हैं। क्रिसमस पर शाम 5:30 बजे मोमबत्ती जलाई जाएंगी।

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    क्राइस्ट चर्च इंटर कालेज, जीपीओ

    क्राइस्ट चर्च इंटर कालेज में 1860 में चर्च बनाया गया था। कालेज के प्रधानाचार्य डा. राकेश चत्री ने बताया कि क्रिसमस पर युवाओं की ओर से गीत संगीत के बीच प्रभु यीशु का गुणगान किया जाएगा।

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    सेंट पीटर्स चर्च, रेलवे इंडोर अस्पताल

    सेंट पीटर्स चर्च अपनी बनावट के चलते अन्य के मुकाबले अलग है। यहां क्रिसमस पर विशेष प्रार्थनासभाओं के साथ ही उत्सव शुरू हो गया है। यहां 25 को क्रिसमस उत्सव के साथ केक काटा जाएगा।

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    होली रिडीमर चर्च, आलमबाग

    आलमबाग कोतवाली के सामने होली रिडीमर चर्च की स्थापना 1933 में की गई थी। अपनी तरह के इस चर्च में प्रार्थना हाल के साथ ही साधकों के बैठने की भी व्यवस्था है। प्रवक्ता संजय लांजरस ने बताया कि चर्च में प्रतीकात्मक रूप से प्रभु यीशु की प्रतिमा स्थापित है।

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