यूपी की महिलाएं बताएंगी जल जीवन मिशन से बुंदेलखंड में कैसे आया बदलाव? UN हाउस में देंगी प्रस्तुतीकरण
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड की पांच महिलाएं शुक्रवार को नई दिल्ली के यूएन हाउस में देश-दुनिया के जल विशेषज्ञों के सामने जल जीवन मिशन की सफलता की कहानी पेश करेंगी। ये महिलाएं बताएंगी कि कैसे इस मिशन ने उनके जीवन को बदल दिया है और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। महिलाओं ने रोजगार के अवसर भी मुहैया कराया है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। देश के अलग-अलग राज्यों के बाद अब दुनिया के दूसरे देश भी उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में जल जीवन मिशन के जरिए आए बदलाव को जानेंगे। जल जीवन मिशन के जरिए लोगों के जीवन को बदल रहीं पांच महिलाएं शुक्रवार को नई दिल्ली के यूएन हाउस में देश दुनिया के जल विशेषज्ञों के सामने प्रस्तुतीकरण देंगी।
ये महिलाएं बताएंगी की कैसे जल जीवन मिशन के जरिए पहुंचे हर घर नल से शुद्ध जल ने बुंदेलखंड और पूरे उत्तर प्रदेश के ग्रामीणों के जीवन को बेहतर बनाया है। साथ ही रोजगार के अवसर भी मुहैया कराया है।
यूएन ऑफिस में जल जीवन मिशन की गूंज
नई दिल्ली के संयुक्त राष्ट्र संघ के ऑफिस में उत्तर प्रदेश की जिन पांच महिलाओं को आमंत्रित किया गया है, उनमें झांसी के बामेर गांव की भारती, इमिलिया गांव की रीना अहिरवार, रामप्यारी, बेबी और शीला शामिल हैं। इन सभी महिलाओं की कहानी महिला सशक्तिकरण की भी मिशाल हैं।
ये महिलाएं बताएंगी- कैसे जीवन बदला
कैसे इन्होंने अपने और अपने गांव के लोगों के जीवन को जल जीवन मिशन के जरिए बदला। ये सभी महिलाएं जल जीवन मिशन के आने के बाद से फील्ड टेस्ट किट के जरिए पानी की जांच करती हैं। इसके लिए इन्हें प्रति जांच 20 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
ये महिलाएं बताएंगी कि कैसे जल की जांच की जाती है
प्रदेश में हर घर नल से पहुंचने वाले जल की जांच के हर गांव में पांच महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट से जांच की ट्रेनिंग भी दी जाती है। जिससे महिलाएं अपने गांव में ही रहकर जल की गुणवत्ता की जांच कर सकें। पूरे प्रदेश में अब तक 4.80 लाख महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
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सभी जिलों में आयोजित किए जाएंगे मिशन शक्ति मेले
सभी जिलों में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मिशन शक्ति मेले लगाए जाएंगे। मिशन शक्ति अभियान बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन की दिशा में एक बड़ी पहल सरकार की ओर से की गई है। ऐसे में ब्लाक स्तर पर लगाए जाने वाले इन मेलों में बालिकाओं की आत्मरक्षा ट्रेनिंग के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर तैनात किए गए 955 नोडल शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाएगा।
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