BSP President Mayawati: भतीजे के बाद मायावती ने समधी डा. अशोक सिद्धार्थ को भी दी माफी
BSP President Mayawati पूर्व राज्यसभा सदस्य डा. अशोक कानपुर-आगरा जोनल कोआर्डिनेटर राष्ट्रीय सचिव के अलावा दिल्ली सहित कई राज्यों के प्रभारी रहे हैं। उनकी पत्नी सुनीता बसपा सरकार में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रही हैं। बेटी डा. प्रज्ञा सिद्धार्थ का विवाह मायावती के भतीजे आकाश आनंद के साथ हुआ है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: संगठन में जान फूंकने की कोशिश में जुटी बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भतीजे आकाश आनंद के बाद अब अपने समधी (आकाश के ससुर) पूर्व राज्यसभा सदस्य डा. अशोक सिद्धार्थ को भी माफी दे दी है। बसपा में अशोक सिद्धार्थ दक्षिण राज्यों के प्रभारी थे और बसपा प्रमुख ने उनको 12 फरवरी को निष्कासित कर दिया था।
डा. अशोक सिद्धार्थ पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ मायावती के भतीजे आकाश को बरगलाने के भी आरोप लगे थे। इसके कुछ दिनों बाद मायावती ने आकाश को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया था। पिछले दिनों मायावती ने भतीजे के सार्वजनिक माफी मांगने पर उन्हें वापस ले लिया था और हाल ही में राष्ट्रीय संयोजक बना दिया है। आकाश की ही तरह शनिवार को उनके ससुर ने भी एक पर लंबा-चौड़ा पोस्ट कर बसपा प्रमुख से क्षमा मांगी थी, जिसके बाद बाद उनको भी दोबारा पार्टी में शामिल कर लिया गया है।
डा. अशोक को मायावती का करीबी माना जाता था। फर्रुखाबाद के रहने वाले डा. सिद्धार्थ सरकारी सेवा के दौरान बामसेफ में विधानसभा, जिला व मंडल अध्यक्ष पदों पर रहे। 2007 में नौकरी से इस्तीफा देकर बसपा में शामिल हुए थे, मायावती ने 2009 में उनको एमएलसी और 2016 में राज्यसभा सदस्य बनाया था।
डा. अशोक कानपुर-आगरा जोनल कोआर्डिनेटर, राष्ट्रीय सचिव के अलावा दिल्ली सहित कई राज्यों के प्रभारी रहे हैं। उनकी पत्नी सुनीता बसपा सरकार में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रही हैं। बेटी डा. प्रज्ञा सिद्धार्थ का विवाह मायावती के भतीजे आकाश आनंद के साथ हुआ है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आकाश नेशनल कोआर्डिनेटर व उनके ससुर दक्षिण राज्यों के प्रभारी थे। उस दौरान अशोक पर गड़बड़ी और पार्टी नेताओं की उपेक्षा के आरोप के बाद मायावती ने फरवरी में उनको और मार्च में आकाश को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
भतीजे को पार्टी में नंबर दो की पोजीशन
मायावती ने हाल में बड़ा सांगठनिक बदलाव करते हुए भतीजे को पार्टी में नंबर दो की पोजीशन देते हुए राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर के ऊपर राष्ट्रीय संयोजक बनाया है। उनके पिता और मायावती के भाई आनंद कुमार पहले से ही पार्टी के उपाध्यक्ष हैं। आकाश का कद बढ़ने के बाद ही उनके ससुर की वापसी के भी कयास लगाए जा रहे थे। अशोक के शनिवार को माफी मांगने के बाद मायावती ने एक्स पर उनकी वापसी की घोषणा की। बसपा प्रमुख ने लिखा कि अशोक को अपनी गलती का अहसास बहुत पहले हो चुका था और वे इसका लगातार पश्चाताप विभिन्न स्तर पर कर रहे थे। आज उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपना पछतावा जाहिर किया है, इसके चलते उनको पार्टी व मूवमेंट के हित में पार्टी ने एक मौका दिया जाने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि आने जल्द ही भतीजे की तरह मायावती अशोक को भी नए सिरे से बड़ी जिम्मेदारी दे सकती हैं।
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों की रविवार को बैठक
रविवार को बसपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित जिले स्तर तक नेताओं की बड़ी बैठक बुलाई है। बैठक में जिला से लेकर पोलिंग बूथ स्तर तक की कमेटियों के गठन और अन्य निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की जाएगी।
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नौ अक्टूबर को बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर होने वाले आयोजन की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी। मायावती नौ अक्टूबर को लखनऊ में बड़ी रैली कर पंचायत चुनाव से पहले विरोधियों को बसपा की ताकत दिखा सकती हैं।
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उल्लेखनीय है कि एक दशक से बसपा का लगातार जनाधार गिरता जा रहा है। वर्तमान में पार्टी का सिर्फ एक विधायक है। कोई सांसद नहीं है।
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