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    UP Politics: विपक्ष के नकारात्मक प्रचार को अब नजरअंदाज नहीं करेगी भाजपा, CM आवास पर हुई संघ, संगठन और सरकार की समन्वय बैठक

    भाजपा संगठन और सरकार आपस में समन्यव बनाकर संगठित रहते हुए सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों के जरिए मुख्य विपक्षी दल सपा के पीडीए (पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक) के भ्रमजाल का राजफाश करेगी। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा संगठन व सरकार की समन्वय बैठक में हिंदुत्व के एजेंडे को और धार देकर विपक्ष के जातिवादी एजेंडे का मुकाबला करने पर भी सहमति बनी।

    By Shobhit Srivastava Edited By: Vinay Saxena Updated: Thu, 22 Aug 2024 08:02 AM (IST)
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    उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ।- फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अब भाजपा व सरकार विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में विपक्ष के नकारात्मक प्रचार का मजबूती से जवाब देगी। भाजपा संगठन और सरकार आपस में समन्यव बनाकर संगठित रहते हुए सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों के जरिए मुख्य विपक्षी दल सपा के 'पीडीए' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के भ्रमजाल का राजफाश करेगी। भाजपा, प्रदेशवासियों को बताएगी कि सपा का पीडीए केवल भ्रम व छलावा है। इन्हें पीडीए से कोई मतलब नहीं है।

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    बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भाजपा संगठन व सरकार की समन्वय बैठक में हिंदुत्व के एजेंडे को और धार देकर विपक्ष के जातिवादी एजेंडे का मुकाबला करने पर भी सहमति बनी।

    देर रात तक चली बैठक में प्रदेश सरकार और संगठन के कामकाज और समन्वय को लेकर चर्चा हुई। विधानसभा उपचुनाव को लेकर भी फीडबैक साझा किया गया। सूत्रों के अनुसार, संघ ने माना कि वर्तमान में जिस तरह से जातिवाद प्रचंड रूप में सामने आ रहा है, उसकी वजह से कई स्थानों पर भाजपा को नुकसान हो सकता है। बैठक में हिंदुओं को एक साथ जोड़ने की आवश्यकता बताई है।

    बैठक में आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह व दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में हुई बैठक में संघ की ओर से अपने सभी क्षेत्रों की रिपोर्ट पेश की गई। सूत्र बताते हैं बैठक में सरकार व संगठन को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए। एक सितंबर से होने वाले सदस्यता अभियान पर भी चर्चा हुई। तय किया गया कि अभियान में खासतौर पर वंचितों, पिछड़ों व महिलाओं पर अधिक से अधिक फोकस किया जाए।

    समन्वय बैठक में संघ की ओर से जोर दिया गया कि भाजपा संगठन और सरकार आपस में समन्यव बनाकर संगठित रहे ताकि विपक्ष को किसी तरह का हमला बोलने का मौका न मिले और जनता के बीच गलत संदेश न जाए। दरअसल, पिछले दिनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि पार्टी का संगठन सरकार से बड़ा होता है। इस मुद्दे को विपक्ष ने हवा दे दी थी। हालांकि अब केशव सार्वजनिक मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने मीरजापुर में एक कार्यक्रम में उन्हें देश का सबसे अच्छा मुख्यमंत्री बताया था। बुधवार को कल्याण सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भी उन्होंने मुख्यमंत्री के काम-काज को सराहा था।

    पुराने कार्यकर्ताओं को निगम व बोर्ड में मिलेगी वरीयता

    समन्वय बैठक में यह भी तय किया गया है जल्द ही निगम, आयोग व बोर्ड में भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं को समायोजित किया जाए। पिछले दिनों जो सूची बनाई गई थी उस पर भी चर्चा की गई। इसमें कहा गया कि किसी भी कीमत पर पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी न की जाए। साथ ही प्रभारी मंत्री जिलों में कार्यकर्ताओं के साथ नियमित बैठकें करें। कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनने के बाद उसे हल कराएंगे।

    संघ के संगठनों के साथ बैठक करेंगे सरकार के मंत्री

    समन्वय बैठक में संघ के सेवा, शिक्षा, कृषि, उद्योग आदि समूहों के कामकाज और उसके फीडबैक पर भी चर्चा हुई। सूत्र बताते हैं कि बैठक में कहा गया कि संघ के समूहों के साथ संबंधित विभागीय मंत्री नियमित रूप से बैठक करें। बैठक में जो भी उचित सुझाव आएंगे उन्हें सरकार अमली जामा भी पहनाएगी।

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