UP News: यूपी को दहलाने का षड्यंत्र रच रहे अलीगढ़ से दबोचे गए ISIS के दो आतंकी निकले AMU के छात्र, चौंकाने वाला खुलासा
यूपी में बड़ी घटना का षड्यंत्र रच रहे आइएसआइएस के दो आतंकियों को यूपी एटीएस ने अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद सामने आया है कि दोनों एएमयू के छात्र हैं। एटीएस ने लखनऊ की कोर्ट में दोनों को पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेजा गया है। दोनों ने देश में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अलीगढ़ से इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) के दो आतंकियों अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक को एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने रविवार को गिरफ्तार किया है। दोनों कट्टरपंथी विचारधारा से प्रेरित होकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से आइएसआइएस के आतंकी नेटवर्क से जुड़े थे और दोनों ने उसमें शामिल होने की शपथ भी ली थी।
आतंकियों के निशाने पर प्रमुख हस्तियों से लेकर नेता व अभिनेता भी
एटीएस अधिकारियों के अनुसार दोनों आरोपित विस्फोटक व बम बनाने के अन्य उपकरण जुटा रहे थे। प्रदेश में बड़ी आतंकी घटना का षड्यंत्र रच रहे थे। घटना कहां करने की योजना थी, इसे लेकर छानबीन की जा रही है। एटीएस इनसे जुड़े कुछ अन्य आतंकियों की तलाश भी कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि आतंकी अन्य राज्यों के बड़े शहरों में भी घटनाएं करने की योजना बना रहे थे। उनके निशाने पर कई प्रमुख हस्तियां भी थीं। इनमें नेता व अभिनेता भी शामिल बताए जा रहे हैं। इसे लेकर भी अब छानबीन तेज की गई है। एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल ने बताया कि अब्दुल्ला व तारिक खुद से ही कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित होकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से आइएसआइएस के आतंकियों से जुड़े थे।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र है दबोचे गए आतंकी तारिक व अब्दुल्ला
तारिक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में बीकाम का छात्र है और अब्दुल्ला पेट्रो केमिकल से बीटेक कर चुका है। वह भी एएमयू का छात्र रहा है। दोनों से पूछताछ में सामने आया कि इनकी तरह अन्य युवकों को जोड़कर जिहाद के लिए माड्यूल तैयार किया जा रहा है। आइएसआइएस के हैंडलर इन्हें उत्तर प्रदेश में आतंकी घटना के लिए तैयार कर रहे थे। मुंबई एटीएस ने बीते दिनों आतंकी शहनवाज व रिजवान को गिरफ्तार किया था।
स्टूडेंट्स आफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से कैसे जुड़ा आइएसआइएस का माड्यूल
जांच में सामने आया था कि यह ग्रुप आइएसआइएस के पुणे माड्यूल से जुड़ा था। शहनवाज व रिजवान का कनेक्शन एएमयू के छात्र संगठन एसएएमयू (स्टूडेंट्स आफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) से जुड़े कुछ छात्रों से हैं जो आइएसआइएस की विचाराधारा से प्रेरित हैं और देश विरोधी षड्यंत्रों में शामिल हैं। एटीएस ने इस तथ्यों की जांच के बाद तीन नवंबर को लखनऊ स्थित अपने थाने में विधि विरुद्ध क्रियाकलाप अधिनियम समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। गहन विवेचना के बाद एटीएस ने रविवार को अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक को अलीगढ़ से अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया।
ATS दोनों से कर रही पूछताछ, हो सकता है बड़े नेटवर्क का खुलासा
दोनों आरोपितों के कब्जे से आइएस के साहित्य से भरी पेन ड्राइव बरामद हुई। दोनों के मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों की जांच में सामने आया कि दोनों देश विरोधी व आतंकी गतिविधियों वाले कई ग्रुपों से जुड़े हैं। वाट्सएप व इंटरनेट मीडिया के अन्य प्लेटफार्म का प्रयोग कर आइएसआइएस के प्रतिबंधित साहित्य का आदान-प्रदान किया जा रहा था। दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। दोनों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। उनके अन्य साथियों की तलाश भी की जा रही है।
केमिकल बम से दहशत फैलाने की थी तैयारी
एटीएस की जांच में सामने आया है कि अब्दुल्ला केमिकल बम बनाने की भी तैयारी कर रहा था और वह माइनिंग इंजीनियरिंग कर चुके आतंकी शहनवाज के सीधे संपर्क में था। रिजवान को एक माह पूर्व दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लखनऊ से पकड़ा था। जबकि शहनवाज दिल्ली में पकड़ा गया था। सूत्रों का कहना है कि अब्दुल्ला केमिकल बनाने का परीक्षण भी कर चुका था।
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